Voter list update रायपुर| प्रदेश में मतदाता सूची को अद्यतन करने की बड़ी प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) सर्वे के तहत अब छत्तीसगढ़ में बिहार की तर्ज पर हर घर जाकर मतदाता सत्यापन किया जाएगा। इस एक महीने चलने वाले अभियान में नए वोटरों के नाम जोड़े जाएंगे, पुराने डेटा की जांच होगी और जिन मतदाताओं की जानकारी गलत या अधूरी होगी, उनका सुधार किया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यशवंत कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह विशेष सर्वेक्षण 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा। इसके बाद 9 दिसंबर को मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। मतदाता अपने नाम, पते या अन्य विवरण में सुधार 8 जनवरी 2026 तक करा सकेंगे। संशोधनों और आपत्तियों के निपटारे के बाद अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को जारी की जाएगी।
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केवल 5-6% मतदाताओं से मांगे जाएंगे दस्तावेज
सीईओ ने बताया कि मतदाता सत्यापन प्रक्रिया में केवल 5 से 6 प्रतिशत मतदाताओं से ही दस्तावेज प्रस्तुत करने की आवश्यकता होगी। बाकी 90 से 94 प्रतिशत मतदाताओं का डेटा पहले से उपलब्ध है, जिसे डिजिटल रूप से सत्यापित किया जा सकेगा।उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन मतदाताओं का नाम 2003 के SIR रिकॉर्ड में पहले से मौजूद है, उन्हें दोबारा दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं होगी। मतदाता किसी भी प्रकार की समस्या आने पर हेल्पलाइन नंबर 1950 पर कॉल कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
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71% मतदाताओं का मिलान पूरा, शेष दिसंबर तक होगा समाप्त
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि अब तक 71 प्रतिशत मतदाताओं का मिलान कार्य पूरा हो चुका है। एन्यूमरेशन फेज पूरा होने तक यह प्रतिशत 94 से 95 तक पहुंच जाएगा।उन्होंने बताया कि 2003 के बाद कई मतदाता स्थानांतरित हुए हैं, विशेष रूप से विवाहित महिलाएं, जिनका अब नए मतदान केंद्रों से मिलान किया जा रहा है।
‘कॉल रिक्वेस्ट’ फीचर से होगी मतदाताओं की सहायता
इस बार बीएलओ (बूथ स्तर अधिकारी) को नई तकनीकी सुविधा दी गई है। अब वे ‘कॉल रिक्वेस्ट’ फीचर के माध्यम से सीधे मतदाताओं से संवाद कर सकेंगे। इससे वोटर वेरिफिकेशन में आने वाली दिक्कतों का समाधान घर बैठे ही किया जा सकेगा।सीईओ ने सभी राजनीतिक दलों से भी सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि उनके बूथ स्तर एजेंट (BLA) भी बीएलओ की टीम को सहयोग करें ताकि छूटे हुए पात्र नागरिकों को जोड़ा जा सके और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जा सकें।





