Virat Kohli ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। हालांकि संन्यास के पीछे की असली वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है, लेकिन BCCI और चयन समिति इस फैसले से हैरान हैं। इंग्लैंड दौरे से पहले कोहली के इस कदम ने क्रिकेट जगत में चर्चा का बाजार गर्म कर दिया है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने बताया कि कोहली इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज खेलना चाहते थे, लेकिन अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति से उन्हें पर्याप्त समर्थन नहीं मिला।
कैफ ने एनडीटीवी से कहा, “आखिरी समय में लिया गया फैसला है। कोहली ने रणजी ट्रॉफी में भी खेला था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे आगामी टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेना चाहते थे। लेकिन शायद उन्हें BCCI और चयनकर्ताओं से वैसा समर्थन नहीं मिला जैसा वे उम्मीद कर रहे थे।”
पिछले पांच सालों में कोहली का फॉर्म लगातार गिरता रहा है। उन्होंने 68 पारियों में केवल 2028 रन बनाए, जिसमें तीन शतक शामिल हैं, और उनकी औसत 46 तक पहुंच गई है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पर्थ टेस्ट में एक शतक के बाद कुछ उम्मीदें जगी थीं, लेकिन बाकी मैचों में उनका प्रदर्शन कमजोर रहा, और भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा।
Virat Kohli : BCCI से लौटे खाली हाथ

कैफ ने कहा कि इस सीरीज में कोहली रन बनाने में जल्दबाजी दिखा रहे थे। “टेस्ट क्रिकेट में आपको लंबे समय तक क्रीज पर टिकना पड़ता है, लेकिन कोहली लगातार आउट हो रहे थे। ऐसा लग रहा था कि उनमें धैर्य की कमी है।” उन्होंने आगे कहा, “शायद कोहली सोच रहे थे कि वे अपने करियर के अंतिम चरण में हैं, इसलिए शतक बनाने की कोई खास जरूरत नहीं। पहले वे धैर्य से खेलते थे, गेंद को छोड़ते थे, और फिर गेंदबाजों पर हावी होते थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं दिखा। लगातार एक ही तरह से आउट होना यह दर्शाता है कि वे क्रीज पर ज्यादा समय बिताने को तैयार नहीं थे। बीसीसीआई से बातचीत और आत्ममंथन के बाद शायद उन्होंने यह निर्णय लिया।”