पाकिस्तान ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने आतंकवादी नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है और पहलगाम आतंकवादी हमले को लश्कर-ए-तैयबा से जोड़ने का कोई भी प्रयास वास्तविकता के उलट है. दरअसल अमेरिका ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित किया है, जिसने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली थी.
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अमेरिका के इस कदम के बाद पाकिस्तान के विदेश कार्यालय का बयान आया है. बयान में कहा गया है, ‘‘पाकिस्तान ने संबंधित संगठनों के नेटवर्क को प्रभावी ढंग से और व्यापक रूप से ध्वस्त कर दिया है, उसके सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर मुकदमा चलाया है.”
पहलगाम हमले की जांच अभी भी अनिर्णायक बताते हुए उसने कहा कि पाकिस्तान में प्रतिबंधित एक निष्क्रिय संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ इसका कोई भी संबंध जमीनी हकीकत से उलट है.
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चीन का TRF पर चालाकी भरा जवाब
अमेरिका की कार्रवाई के बाद चीन ने शुक्रवार, 18 जुलाई को विभिन्न देशों से क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए आतंकवाद का मुकाबला करने के वास्ते सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने शुक्रवार को यहां प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘चीन सभी प्रकार के आतंकवाद का दृढ़ता से विरोध करता है और 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता है.” उनसे अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा टीआरएफ को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित करने के बारे में पूछा गया था.
उन्होंने कहा, ‘‘चीन विभिन्न देशों से आतंकवाद रोधी सहयोग बढ़ाने और संयुक्त रूप से क्षेत्रीय सुरक्षा एवं स्थिरता बनाए रखने का आह्वान करता है.”