RPF Jawan , रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में मंगलवार सुबह एक सनसनीखेज घटना ने रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। रेलवे परिसर में तैनात रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के एक जवान ने अपने ही साथी पर सर्विस पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोली लगते ही जवान की मौके पर मौत हो गई। इस वारदात ने पूरे रेलवे स्टेशन क्षेत्र में अफरा-तफरी फैला दी, यात्री दहशत में इधर-उधर भागते नजर आए।
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सूत्रों के मुताबिक, दोनों जवान एक ही शिफ्ट में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान ही किसी बात को लेकर दोनों के बीच कहा-सुनी हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपित जवान ने अपना संयम खो दिया और अचानक सर्विस पिस्टल निकालकर साथी पर गोलियां दाग दीं। फायरिंग इतनी तेज थी कि मौके पर मौजूद अन्य कर्मचारियों को संभलने का भी मौका नहीं मिला।
घटना के तुरंत बाद GRP और स्थानीय पुलिस टीम स्टेशन पहुंची और हालात को नियंत्रित किया। हमलावर जवान को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में मामला व्यक्तिगत विवाद का प्रतीत हो रहा है, हालांकि अभी विवाद की असली वजह का पता नहीं चल पाया है।
मृत जवान के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। वहीं, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। अधिकारियों का कहना है कि घटना बेहद गंभीर है और पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित किया गया है।
यात्रियों और रेलवे कर्मियों का कहना है कि फायरिंग की आवाज इतनी तेज थी कि कुछ देर के लिए स्टेशन पर हड़कंप मच गया। कई यात्रियों ने डर के कारण प्लेटफॉर्म से बाहर निकलने की कोशिश की, जबकि दुकानें भी कुछ समय के लिए बंद हो गईं।
रेलवे विभाग ने मृत जवान के परिवार के लिए उचित मुआवजा और सभी आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने की बात कही है। साथ ही, इस प्रकार की घटना दोबारा न हो, इसके लिए जवानों के मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और तनाव प्रबंधन पर भी ध्यान देने की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सुरक्षा बलों के भीतर आपसी तनाव और व्यक्तिगत विवाद किस तरह गंभीर रूप ले सकते हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि आखिर किस बात को लेकर विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि उसकी कीमत एक जवान की जान से चुकानी पड़ी।



