कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले से लड़कियों के लापता होने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे पुलिस और अभिभावक दोनों हैरान हैं। पिछले एक महीने में इस जिले में 164 लड़कियों के घर से भागने के मामले सामने आए हैं, जिनमें से ज्यादातर किशोरियां और युवतियां हैं। पुलिस ने इनमें से 133 लड़कियों को बरामद कर लिया है, लेकिन जो वजह सामने आई है, वह चौंकाने वाली है।
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प्यार और रिश्तों का जाल
जांच में पता चला है कि ये लड़कियां अक्सर किसी न किसी परिचित युवक के साथ भाग रही हैं। ये संबंध कुछ महीनों या सालों पुराने होते हैं, लेकिन इनके चलते लड़कियां अपने परिवारों और पारंपरिक रिश्तों को छोड़कर चली जाती हैं। एक चौंकाने वाले मामले में, एक युवती अपनी सगाई के दिन ही प्रेमी के साथ घर से कीमती सामान और गहने लेकर फरार हो गई।
क्या है वजह?
पुलिस और सामाजिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मामलों के पीछे कई कारण हैं:
- मोबाइल और सोशल मीडिया का प्रभाव: कम उम्र की लड़कियां मोबाइल और सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कों के संपर्क में आती हैं और जल्दी ही प्रेम संबंधों में पड़ जाती हैं।
- पारिवारिक दबाव: कई बार लड़कियां अपनी पसंद के रिश्ते को लेकर परिवार के दबाव में रहती हैं, जिससे वे घर छोड़ने का फैसला करती हैं।
- गलतफहमी और बहकावा: कम उम्र और अनुभव की कमी के कारण लड़कियां आसानी से बहकावे में आ जाती हैं और गलत निर्णय ले बैठती हैं।
- तेजी से बदलते सामाजिक मूल्य: बदलते सामाजिक परिवेश में, लड़कियां पारंपरिक सीमाओं को पार कर अपने फैसले खुद लेना चाहती हैं, भले ही वे गलत हों।
पुलिस की कार्रवाई
कुशीनगर पुलिस इन मामलों को गंभीरता से ले रही है और लड़कियों को ढूंढने के लिए विशेष अभियान चला रही है। पुलिस का कहना है कि वे न केवल लड़कियों को बरामद कर रही हैं, बल्कि उनकी काउंसिलिंग भी कर रही हैं ताकि वे अपने भविष्य के बारे में सही फैसला ले सकें। हालांकि, जिस तरह से ये मामले बढ़ रहे हैं, वह समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।