कोरबा: भारी बारिश के बाद पाली नगर पंचायत में जलभराव से नाराज़ स्थानीय नागरिकों ने शनिवार को बड़ा विरोध दर्ज कराया। प्रभारी मंत्री एवं डिप्टी सीएम अरुण साव और श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन समेत कलेक्टर और एसपी के काफिले को बीच रास्ते में रोक दिया गया। घटना उस वक्त हुई जब मंगल भवन पाली में आयोजित भूमिपूजन और रोड उत्सव कार्यक्रम से मंत्री और प्रशासनिक अधिकारी वापसी की ओर जा रहे थे। तभी बारिश में भीगते हुए आक्रोशित नगरवासी सड़क पर उतर आए और काफिले को रोककर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
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स्थानीय लोगों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण गली-मोहल्लों और घरों में पानी भर गया है। यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है, लेकिन न तो जनप्रतिनिधि और न ही प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है। घर तक डूबने की स्थिति में लोग मजबूर होकर जनप्रतिनिधियों के सामने सीधे अपनी बात रखने सड़क पर उतर आए। पहले पुलिस की गाड़ी रुकी, फिर पुलिसकर्मी बाहर आए, लेकिन जनता मंत्री और अधिकारी से ही सीधी बातचीत की मांग पर अड़ी रही। इस पर कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत और एसपी सिद्धार्थ तिवारी खुद गाड़ी से उतरकर लोगों के बीच पहुंचे।
उन्होंने नागरिकों की समस्याएं गंभीरता से सुनीं। कलेक्टर ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही नालियों की सफाई और जलनिकासी की स्थायी व्यवस्था कराई जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद ही लोगों ने काफिले को आगे बढ़ने दिया। काफिले में कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल और भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल मोदी भी मौजूद थे, जो नागरिकों की समस्याएं सुनते रहे। यह घटनाक्रम एक बार फिर नगर पंचायत की तैयारियों पर सवाल खड़े कर गया है। जहां एक ओर जनता को मूलभूत सुविधा के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा, वहीं दूसरी ओर प्रशासन को मौके पर उतरकर हालात को संभालना पड़ा।