ये एक सोची-समझी रणनीति… पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए केंद्र ने इन देशों को इसलिए चुना

नई दिल्ली: पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भारत का डेलिगेशन दुनिया के कई देशों में जाने को तैयार है. इस दौरान डेलिगेशन में शामिल सांसद और नेता इन देशों में जाकर पहलगाम हमले में पाकिस्तान के शामिल रहने और उसके बाद भारतीय सेना ने कैसे उनकी जमीन पर आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर पाक की पोल खोली है, इसके बारे में दुनिया के देशों को बताएंगे. केंद्र सरकार का ये डेलिगेशन किन देशों में जाएगा इसका चयन भी काफी सोच विचार कर किया गया है. केंद्र का ये डेलिगेशन दूसरे देशों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का भी दौरा करेगा.

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ऐसे चुने गए ये देश

आपको बता दें कि मंगलवार की ब्रीफिंग के दौरान विदेश सचिव मिसरी ने स्पष्ट किया था कि आउटरीच कार्यक्रम के लिए 33 देशों का चयन किस आधार पर किया गया था. बाद में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने मिसरी की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि उनमें से लगभग 15 संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य हैं, जिसमें पांच स्थायी और 10 अस्थायी सदस्य हैं जो हर दो साल में बदलते रहते हैं. इसके अलावा, सूची में पांच अन्य देश भी शामिल हैं जो निकट भविष्य में यूएनएससी के सदस्य बनेंगे. उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि कुछ अन्य देश जिनकी आवाज़ आमतौर पर वैश्विक मंच पर सुनी जाती है, उन्हें भी एक रणनीति के तहत चुना गया है.

सारंगी जेडीयू के संजय कुमार झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं जो इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, जापान और सिंगापुर की यात्रा करेगा। यह आउटरीच कार्यक्रम के लिए आज रवाना होने वाला पहला प्रतिनिधिमंडल होगा, जिसमें जापान पहला गंतव्य होगा.

पाकिस्तान वर्तमान में सुरक्षा परिषद के रोटेटिंग मेंबर्स में से एक है और अगले 17 महीनों तक ऐसा ही रहेगा. उन्होंने भारत की वैश्विक पहुंच की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि वे निश्चित रूप से अपनी स्थिति को प्रस्तुत करने और भारत विरोधी दावे करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने सही फैसला किया था कि अलग-अलग दलों के सांसद एक साथ इन अलग-अलग देशों में जाएं और वहां की नौकरशाही और राजनीतिक प्रतिनिधियों के सामने अपनी बात रखें और अपना पक्ष रखें, और आतंकवाद को बढ़ावा देने के पाकिस्तान के तरीके की निंदा करें.यह हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल विश्व को यह संदेश देना चाहता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है.

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सात डेलिगेशन, जानिए कौन-कहां जाएगा

ग्रुप-1: लीडर- बैजयंत पांडा (भाजपा सांसद)
सदस्य- निशिकांत दुबे, फांगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा, असदुद्दीन ओवैसी, सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद, हर्ष श्रृंगला
कहां जाएगी- सांसदों की यह टीम सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जाएगी.

ग्रुप-2: लीडर- रविशंकर प्रसाद (भाजपा, सांसद)
सदस्य- दग्गुबाती पुरंदेश्वरी, प्रियंका चतुर्वेदी, गुलाम अली खटाना, अमर सिंह, समिक भट्टाचार्य, एमजे अकबर, पंकज सरन
कहां जाएगी: रविशंकर प्रसाद की यह टीम यूके, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपियन यूनिटन, इटली और डेनमार्क जाएगी.

ग्रुप- 3: लीडर- संजय झा, जदयू सांसद
सदस्य- अपराजिता सारंगी, यूसुफ पठान, बृज लाल, डॉ. जॉन ब्रिटास, प्रधान बरुआ, हेमंग जोशी, सलमान खुर्शीद, मोहन कुमार
कहां जाएगीः इंडोनेशिया, मलेशिया, कोरिया गणराज्य, जापान और सिंगापुर

ग्रुप-4: लीडर- श्रीकांत शिंदे, सांसद, शिव सेना 
सदस्य- बांसुरी स्वराज, ईटी मोहम्मद बशीर, अतुल गर्ग, डॉ. समीत पाठक, सुमन कुमारी मिश्रा, एसएस अहलूवालिया, राजदूत सुजान चिनॉय
कहां जाएंगे-  यूएई, लाइबेरिया, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, सिएरा लियोन

ग्रुप-5: लीडर- शशि थरूर, कांग्रेस  सांसद
सदस्य- सरफराज अहमद, जीएम हरीश बालयोगी, शशांक मणि त्रिपाठी, भुबनेश्वर कालिता, मिलिंद मुरली देवरा, तरंजीत सिंह संधू, तेजस्वी सूर्या
कहां जाएंगे- अमेरिका, पनामा, कनाडा, ब्राजील, कोलंबिया

ग्रुप-6: लीडर- कनिमोझी करुणानिधि, डीएमके सांसद
सदस्य- राजीव राय, मीयान अलताफ अहमद, कैप्टन बृजेश चौटाला, प्रेम चंद गुप्ता, डॉ. अशोक कुमार मित्तल, राजदूत मंजीव एस पूरी, राजदूत जावेद अशरफ
कहां जाएंगे- स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया, रूस

ग्रुप-7: लीडर- सुप्रिया सुले, एनसीपी शरद पवार गुट की सांसद
सदस्य- राजीव प्रताप रुडी, विक्रम जीत सिंह सहाय, मनीष तिवारी, अनुराग सिंह ठाकुर, लव श्रीकृष्ण देवरायलु, आनंद शर्मा, वी. मुरलीधरन, राजदूत सईद अकबरुद्दीन
कहां जाएंगे- मिस्र, कतर, अफ्रीका, दक्षिण अफ्रीका

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