बच्चों के लिए निःशुल्क आवास, भोजन एवं नियमित शिक्षा की रहेगी पूर्ण व्यवस्था

गरियाबंद। कलेक्टर बी. एस. उइके की संवेदनशील पहल से विकासखंड छुरा अंतर्गत ग्राम पंचायत मुड़ागांव में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति कमार समुदाय के पाँच मासूम अनाथ बच्चों के रहने, खाने और पढ़ने की व्यवस्था हो गई है। बच्चों के अनाथ होने और उनके पालन पोषण का सहारा नहीं होने के संबंध में समाचार पत्र के माध्यम से जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
कलेक्टर के निर्देशानुसार बच्चों का प्रवेश कमार आवासीय विद्यालय गरियाबंद में करा दिया गया है। विद्यालय में निःशुल्क आवास, भोजन एवं नियमित शिक्षा की पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिससे अब ये बच्चे सुरक्षित वातावरण में सम्मानपूर्वक जीवन यापन कर सकेंगे और निरंतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। बच्चों को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्पान्सरशीप योजना के माध्यम से 4 हजार रूपये प्रति छात्र प्रतिमाह की आर्थिक सहायता भी प्रदान किया जाएगा। जिससे बच्चों को आर्थिक सहायता के साथ उनका भविष्य भी सुरक्षित हो गया है।
उल्लेखनीय है कि समाचार पत्र के माध्यम से माता-पिता के निधन उपरांत इन बच्चों की दयनीय स्थिति की जानकारी मिली। जानकारी मिलते ही कलेक्टर ने विभाग के अधिकारियों को तत्काल बच्चों से भेंटकर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देशानुसार आदिवासी विकास विभाग द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुए आवश्यक कदम उठाए गए।
बच्चों के घर पहुंचकर उनकी स्थिति का अवलोकन कर विभाग द्वारा इन पाँचों बच्चों को कमार आवासीय विद्यालय, गरियाबंद में तत्काल प्रवेश प्रदान किया गया। विभाग द्वारा यह संदेश दिया जा रहा है कि कोई भी विशेष पिछड़ी जनजाति के असहाय या वंचित बालक-बालिका शिक्षा और मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित न रहे, इसके लिए शासन द्वारा आवश्यक पहल की जा रही है। विभाग कृत संकल्पित होकर लोगों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने प्रतिबद्ध है।