देवभोग/अमलीपदर। दीगर राज्यों से छत्तीसगढ़ में अवैध रूप से धान लाकर बिक्री पर रोक लगाने के लिए गरियाबंद पुलिस द्वारा बार्डर क्षेत्रों में सख्त निगरानी की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर चेक पोस्ट में तैनात बल को गैरकानूनी गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। शासन के प्रावधानों के अनुसार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केवल पंजीकृत किसानों से ही निर्धारित खरीदी केंद्रों में की जाती है।
देवभोग–अमलीपदर बार्डर पर पुलिस की सख्ती, 51 क्विंटल अवैध धान जब्त, एक माह में 38 प्रकरण, 1474 क्विंटल से अधिक धान पकड़ा गया
इसी क्रम में दिनांक 17 दिसंबर 2025 को थाना अमलीपदर को मुखबीर से सूचना मिली कि 407 मेटाडोर क्रमांक सीजी-04-जेसी-6332 में अवैध रूप से धान भरकर धुरवापथना रोड (उड़ीसा) के रास्ते बिक्री के लिए ले जाया जा रहा है। सूचना की तस्दीक पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर वाहन से 60 कट्टा अवैध धान जब्त किया।
वहीं, 18 दिसंबर 2025 को थाना देवभोग को मुखबीर से सूचना मिली कि बोलेरो पिकअप क्रमांक सीजी-04-एमपी-4713 में अवैध धान भरकर घूमामुड़ा रोड (उड़ीसा) के रास्ते परिवहन किया जा रहा है। पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए वाहन से 60 कट्टा अवैध धान समक्ष गवाहों के जब्त किया।
दोनों प्रकरणों में कुल 120 कट्टा (51 क्विंटल) अवैध धान, जिसकी अनुमानित कीमत 1 लाख 58 हजार 100 रुपये बताई गई है, पुलिस द्वारा जब्त कर संबंधित विभाग को सुपुर्द किया गया।
पुलिस ने बताया कि विगत एक माह 9 दिवस से विशेष अभियान के तहत थाना देवभोग, अमलीपदर एवं छुरा पुलिस द्वारा कुल 38 प्रकरणों में 3367 कट्टा (1474.05 क्विंटल) अवैध धान परिवहन एवं बिक्री करते हुए पकड़ा गया है। वैध कागजात प्रस्तुत नहीं करने पर नियमानुसार कार्रवाई कर धान को संबंधित विभाग को सौंपा गया।
गरियाबंद पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अवैध धान परिवहन एवं बिक्री के विरुद्ध कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी।




