रूस के सुदूर पूर्वी कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार को 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके बाद प्रशांत महासागर में सुनामी की चेतावनी जारी हो गई. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार सुनामी लहरें अगले तीन घंटों में रूस और जापान के तटों तक पहुंच सकती हैं.
USGS ने कहा कि भूकंप 19.3 किमी (12 मील) की गहराई पर आया था. भूकंप अवाचा खाड़ी के तट से लगे रूस के कामचटका प्रायद्वीप में पेट्रोपावलोव्स्क से लगभग 125 किमी (80 मील) पूर्व-दक्षिणपूर्व में केंद्रित था. USGS ने कहा कि उसने पहले भूकंप की तीव्रता 8.0 नापी थी जिसे बाद में संशोधित किया गया.
इस क्षेत्र से सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें इमारतों के अंदर खतरनाक झटके दिखाई दे रहे हैं. साथ ही कई स्थानों पर क्षति की सूचना मिली है. इमारत के हिलने के साथ फर्नीचर को हिलते हुए देखा जा सकता है.
अमेरिकी अधिकारियों ने अलास्का सहित कई तटीय क्षेत्रों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की. जापान में, मौसम एजेंसी ने अपनी सुनामी चेतावनी को अपडेट करते हुए कहा कि तीन मीटर (9.8 फीट) तक की लहरें उठने की आशंका है. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) ने कहा कि जापान के प्रशांत तट पर सुबह 10:00 बजे से 11:30 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 6.30 बजे से 8 बजे तक) के बीच लहरें उठने की आशंका है.
कामचटका के गवर्नर व्लादिमीर सोलोडोव ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, “आज का भूकंप गंभीर था और दशकों के झटकों में सबसे मजबूत था.” उन्होंने कहा कि, प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कोई चोट नहीं आई, लेकिन एक किंडरगार्टन क्षतिग्रस्त हो गया.
सखालिन के गवर्नर वालेरी लिमारेंको ने टेलीग्राम पर कहा कि भूकंप के बाद सुनामी के खतरे के कारण प्रायद्वीप के दक्षिण में स्थित छोटे से शहर सेवेरो-कुरिल्स्क को खाली करने का आदेश घोषित कर दिया गया है.
रूस के आपातकालीन सेवा मंत्रालय की कामचटका शाखा ने टेलीग्राम पर कहा कि 32 सेमी (1 फुट) ऊंची सुनामी लहर तट तक पहुंच सकती है.
जापान मौसम एजेंसी ने कहा कि उसे 0100 GMT के आसपास बड़े तटीय क्षेत्रों तक 1 मीटर (3.3 फीट) तक की सुनामी पहुंचने की आशंका है.
अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली ने रूस और जापान के कुछ तटों पर अगले तीन घंटों के भीतर “खतरनाक सुनामी लहरों” की चेतावनी भी जारी की. अमेरिकी द्वीप क्षेत्र गुआम और माइक्रोनेशिया के अन्य द्वीपों पर भी सुनामी की चेतावनी लागू थी.
कामचटका और रूस का सुदूर पूर्व प्रशांत रिंग ऑफ फायर पर स्थित है, जो भूवैज्ञानिक रूप से सक्रिय क्षेत्र है जो बड़े भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोटों का खतरा है.