Health news: गरियाबंद कलेक्टर बी.एस. उइके की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित हुई। उन्होंने विभागीय कामकाज की विस्तृत समीक्षा करते हुए जिले की स्वास्थ्य सुविधाएं, अधोसंरचना, डायरिया, मलेरिया जैसे मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित रखने, स्वास्थ्य केंद्रों में संस्थागत प्रसव को बढ़ाने एवं जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का समुचित क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए।
Health news: कलेक्टर बी.एस. उइके ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिये निर्देश
कलेक्टर उइके ने बैठक में जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य अधोसंरचना, जनऔषधि, मुख्यमंत्री हाटबाजार क्लीनिक, सीएचसी-पीएचसी में उपलब्ध सुविधाएं सहित कुष्ठ उन्मूलन योजना, आयुष्मान भारत योजना, क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना एवं परिवार कल्याण से संबंधित कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी ली।
कलेक्टर ने अस्पतालों में बिजली, पानी एवं पहुंच मार्ग की भी जानकारी ली। उन्होंने सभी अस्पतालों में बिजली, सड़क की सुविधा एवं नलजल कनेक्शन प्रदान करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने जिले में मानसून के दौरान डायरिया, मलेरिया सहित अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव हेतु की गई तैयारियों की जानकारी लेते हुए आवश्यक सभी तैयारियां सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य अमले को निर्देशित करते हुए कहा कि डायरिया, मलेरिया और मौसमी बीमारियों का संक्रमण ना हो इसके लिए प्रभावी कार्य योजना तैयार कर कार्य करें। उन्होंने सभी सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों में जिंक टेबलेट, ओआरएस सहित अन्य आवश्यक दवाइयों का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने के लिए कहा। कलेक्टर ने बीएमओ सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को फील्ड में जाकर मॉनिटरिंग करने एवं डायरिया, मलेरिया से बचाव और सावधानी बरतने के लिए लोगों को जागरूक करने हेतु निर्देशित किया।
कलेक्टर ने वनांचल क्षेत्रों के स्वास्थ्य केन्द्रों के अमलों को विशेष रूप से सक्रिय रहकर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वनांचल क्षेत्रों में मौसमी बीमारियां सहित सर्पदंश एवं मलेरिया आदि की शिकायत ज्यादा आती है। इससे निपटने के लिए सभी स्वास्थ्य अमले सतर्क रहकर गंभीरतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें। कलेक्टर ने कहा कि लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए सभी स्वास्थ्य अमले अपना शत प्रतिशत योगदान दे। साथ ही मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करे। मरीजों से संयमित एवं शालीनता के साथ पेश आये। जिससे चिकित्सक और मरीज के बीच मित्रता अनुरूप व्यवहार स्थापित होता है, इससे मरीज अपनी बीमारियों को चिकित्सक से साझा करने में झिझक महसूस नहीं करता है।
इसके अलावा मरीजों को प्रेमपूर्वक सभी आवश्यक जानकारियां समझाये। साथ ही उच्च अस्पताल में ईलाज की जरूरत होने पर मरीज एवं उनके परिजन को ऐसी वस्तुस्थिति की स्पष्ट रूप से जानकारी साझा करें। कलेक्टर ने जिले के टीबी मुक्त करने विशेष अभियान चलाने तथा लोगों को जागरूक करने के भी निर्देश दिये। इस अवसर पर बैठक में अपर कलेक्टर नवीन भगत, सीएमएचओ डॉ. यू.एस. नवरत्न, डीपीएम, समस्त बीएमओ, बीपीएम, नोडल अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
कलेक्टर बी.एस. उइके ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिये निर्देश
बैठक में कलेक्टर उइके ने मातृत्व स्वास्थ्य एवं शिशु स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा कि मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य में दी जाने वाली सेवाओं को सर्वाेच्च प्राथमिकता दें साथ ही कोई भी लाभार्थी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित ना हो सभी स्वास्थ्य अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान दें।
मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने शत प्रतिशत प्रसव संस्थागत कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि विशेष अभियान चलाकर 70 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्धजनों का वय वंदना कार्ड बनाये, इससे पात्र बुजुर्गों को अतिरिक्त स्वास्थ्य सेवाओं की पात्रता होगी। उन्होंने वय वंदना कार्ड बनाने के लिए विशेष कार्य योजना बनाकर शिविर लगाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।
कलेक्टर ने सभी विकासखंडों में एनीमिया मुक्ति, कुपोषण स्तर में गिरावट लाने हेतु किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए एनीमिक महिलाओं, कुपोषित बच्चों को गंभीरता से गर्म भोजन एवं पोषण आहार प्रदान करने के लिए कहा। उन्होंने पोषण पुनर्वास केंद्र में बेड आक्यूपेसी की जानकारी लेते हुए गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कर प्राथमिकता से उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिलाने निर्देश दिए। कलेक्टर ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत चिरायु दल द्वारा सभी स्कूलों आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित विजिट करने के लिए कहा एवं इलाज की आवश्यकता वाले बच्चों को गम्भीरता से स्वास्थ्य लाभ पहुचाने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की टीका, कुष्ठ उन्मूलन, क्षय रोग, हाइपरटेंशन, कृमिनाशक एवं विटामिन दवा, तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, मनोरोग चिकित्सा कार्यक्रम की भी समीक्षा करते हुए योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने सभी योजनाओं का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने हेतु सभी अधिकारियों को व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करने के निर्देश दिए।