गरियाबंद। जिले की राजिम पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्या (अंधे कत्ल) के मामले का पर्दाफाश करते हुए मात्र 48 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला लोधिया तालाब, राजिम में मिले एक अज्ञात शव से जुड़ा था।
ऐसे खुला अंधे कत्ल का राज
दिनांक 27 अक्टूबर 2025 को लोधिया तालाब में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी राजिम द्वारा अज्ञात शव की पहचान एवं मामले की जांच प्रारंभ की गई। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि मृतक की कत्ल की गई है। इस पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया।
साइबर सेल और मुखबिर की मदद से मिला सुराग
राजिम पुलिस व साइबर सेल टीम ने संयुक्त रूप से काम करते हुए मुखबिरों को सक्रिय किया। मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर देवेन्द्र धीवर उर्फ देव, थनेन्द्र साहू उर्फ भोलू, और दो विधि से संघर्षरत बालकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में हुआ सनसनीखेज खुलासा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 27 अक्टूबर की शाम वे मृतक दुर्गेश साहू को लोधिया तालाब के पास बुलाए थे। विवाद उधारी के पैसों को लेकर हुआ। जब दुर्गेश ने पैसा लौटाने से मना किया, तो सभी ने मिलकर उसकी लात-घूंसों और पत्थर से मारपीट की।
मारपीट के दौरान जब दुर्गेश चिल्लाने लगा, तो आरोपी देवेन्द्र धीवर ने उसके मुंह में पानी पाउच की बोरी ठूंस दी, जिससे उसकी दम घुटने से मौत हो गई। इसके बाद सभी ने शव को छिपाने के लिए हाथ-पैर बांधकर और कमर में पत्थर लगाकर तालाब में फेंक दिया।
आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश
पुलिस ने सभी चारों आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटाकर उन्हें गिरफ्तार किया और माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई पर वरिष्ठ अधिकारियों ने दी बधाई
गरियाबंद पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से जिले में पुलिस की सक्रियता और तत्परता की झलक दिखाई दी है। वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच टीम की सराहना की और कहा कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।






