
Gariaband : छत्तीसगढ़ शासन स्कूल के आदेशानुसार संकुल केंद्र लोहरसी में मेघा संकुल कोपरा ,तरीघाट,लोहरसी के शिक्षकों का चार दिवसीय एफ एल एन प्रशिक्षण 9 से 12 जनवरी आयोजित किया गया ।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 निपुण भारत योजना के तहत प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों में गणितीय एवं भाषायी कौशल विकास के 6 से 8 वर्ष आयु समूह के बच्चों में मूलभूत साक्षरता एवं सख्यात्मकता ,मौखिक भाषा विकास, मेंटर एवं मेंटो, अंगना म शिक्षा, मुस्कान पुस्तकालय,चर्चा पत्र,टीएलएम का नियमित उपयोग सहित विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा किया गया।प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को अलग अलग समूह में विभाजित कर गणित, भाषा पर टीएलएम निर्माण कर उपयोगिता पर व्यापक चर्चा कर अधिक से अधिक बच्चों को लाभान्वित करने के लिए प्रोत्साहित करने आहवन किया।प्रशिक्षण के प्रथम दिवस का शुभारंभ संकुल प्राचार्य के एल कंवर,संकुल समन्वयक गण दुलेश्वर सिन्हा, सुरेश गुप्ता, अनिल सिन्हा, मास्टर ट्रेनर गण सालिक राम साहू,नुमेश कुमार कंवर,लेश कुमार रात्रे ,सुश्री लता साहू,देवलाल चतुर्वेदी, कलाकुमार सिन्हा के उपस्थिति में ज्ञानदायिनी माँ सरस्वती के पूजन अर्चन के साथ हुआ।संकुल प्राचार्य के एल कंवर ने चार दिवसीय प्रशिक्षण का मुख्य बिदुओं पर प्रकाश डालते हुए प्रशिक्षण लक्ष्य आधारभूत साक्षरता एवं सख्यात्मकता पर आधरित जिसे आप सब अच्छे से प्राप्त कर शासन के मंशा के अनुरूप कार्य करे यही कामना करता हूं।संकुल समन्वयक दुलेश्वर सिन्हा कहा कि एफ एल एन प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु कक्षा1से 3तक बच्चों में लOलबुनियादी शिक्षा देने के लिए है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति2020के अनुसार प्राप्त लक्ष्य को 2026-2027 तक प्राप्त करना है।प्रशिक्षण के द्वितीय ,तृतीय दिवस का शुभारंभ वरिष्ठ व्याख्याता रविकुमार अग्रवार, अर्चना राय, संध्या देवांगन, प्रधानपाठक चमपुलाल घोघरे द्वारा किया एवं प्रशिक्षण के महत्व पर सारगर्भित प्रकाश डाला गया।प्रशिक्षण के चतुर्थ दिवस का शुभारंभ राज्यपाल शिक्षक सम्मान से सम्मानित शिक्षक भागचंद चतुर्वेदी, शिक्षक तातुराम साहू,संकुल समन्वयक दुलेश्वर सिन्हा के उपस्थिति में पूजा अर्चना के साथ हुआ। एफ एल एन प्रशिक्षण के महत्ता पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल पुरुस्कृत शिक्षक भागचंद चतुर्वेदी ने कहा कि भारत सरकार के नवीन शिक्षा नीति2020 के तहत निपुण भारत कार्यक्रम के अंर्तगत 6से 8 आयु समूह के बच्चों में मूलभूत साक्षरता संख्यात्मकता पर विशेष ध्यान दे ताकि हम 2026-2027 तक प्राप्त लक्ष्य को प्राप्त कर सके, साथ ही शिक्षा गुणवत्ता के लिए विभिन्न सुझाव एव मार्गदर्शन दिए ताकि शिक्षा के क्षेत्र में हमारे प्रदेश अग्रणी बन सकें, प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को अधिक से अधिक बच्चों तक पहुँचाये तभी प्रशिक्षण लेने महत्व बढ़ेगा और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल पाएगा।आप सभी शिक्षक साथी अपने विद्यालय में प्रशिक्षण में प्राप्त बिंदुओं को नियमित उपयोग करे तो शासन की मंशा निश्चित ही पूर्ण होगी। प्रशिक्षण दिवस के सभी गतिविधियों का संचालन वरिष्ठ प्रशिक्षक नुमेश कुमार कवर द्वारा आकर्षक एवं रोचक ढंग से किया गया जो बहुत ही सराहनीय रहा।प्रशिक्षण के समापन में संकुल प्राचार्य के एल कवर ,व्याख्याता सुरजीत बंजारे,समन्वयक गण दुलेश्वर सिन्हा, सुरेश गुप्ता,अनिल सिन्हा उपस्थित रहे।सभी प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों द्वारा क्रमशः अपना अनुभव साझा किया गया । संकुल समन्वयक दुलेश्वर सिन्हा द्वारा सभी शिक्षकों का चंदन गुलाल लगाकर सम्मान किया गया एवं प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को अपने विद्यालय में नियमित उपयोग करने आहवान किया।प्रशिक्षण में रेखराम निषाद,वीणा ध्रुव,सरिता गायकवाड़, संदीप शिर्के,दशरथ डेकर,सुरेश कंवर,अनुसुइया ध्रुव,अनिता साहू,पूर्णिमा देवांगन, लेखराम साहू,रोशन लाल साहू, सहित 17 शिक्षको को प्रशिक्षण दिया गया।