भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग तेजी से बढ़ रही है और अब लोग पेट्रोल-डीजल की जगह EV को ज़्यादा पसंद कर रहे हैं. जून 2025 की सेल्स रिपोर्ट के मुताबिक, EV सेगमेंट में Tata, MG और Mahindra के बीच जबरदस्त मुकाबला देखा गया है. हर कंपनी ने अलग-अलग रणनीति अपनाई है और अपने-अपने मॉडल्स के साथ अच्छा प्रदर्शन किया है. यह साफ है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का बाजार और भी तेजी से बढ़ेगा.
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कौन कंपनी रही सबसे आगे?
जून 2025 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री के आंकड़ों को देखें तो Tata EV ने सबसे ज्यादा 4,604 यूनिट्स की बिक्री के साथ पहला पोजीशन हासिल किया है, हालांकि यह आंकड़ा मई में हुई 4,768 यूनिट्स की बिक्री से थोड़ा कम है.

इन आंकड़ों से साफ पता चलता है कि टाटा ईवी अभी भी नंबर 1 पोजिशन पर है, लेकिन एमजी धीरे-धीरे उसके नजदीक पहुंच रही है. दूसरी ओर, महिंद्रा ने अपनी पकड़ मजबूत करते हुए तीसरे स्थान पर स्थिरता पा ली है.
टॉप पर पहुंचने में किस मॉडल ने निभाई मुख्य भूमिका?
1. Tata EVs
टाटा मोटर्स की इलेक्ट्रिक रेंज में शामिल Tiago EV, Tata Punch EV और आगामी Harrier EV जैसे मॉडल ने बड़ी भूमिका निभाई है. इनमें खासकर Tiago EV और Punch EV की बिक्री ने टाटा को नंबर 1 पोजिशन पर बनाए रखने में योगदान दिया है.
2.MG Motors
MG के लिए Windsor Pro मॉडल एक गेम-चेंजर साबित हुआ है. यह कार अपनी स्टाइलिश डिजाइन, आकर्षक फीचर्स और किफायती कीमत के चलते ग्राहकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है और कंपनी की बिक्री को स्थिर बनाए रखने में मदद कर रही है.
3.Mahindra Electric
महिंद्रा की ओर से पेश की गई इलेक्ट्रिक कारें जैसे कि BE 6 और XUV 9e, अब ग्राहकों की पसंद बनती जा रही हैं. इन मॉडलों की लगातार बढ़ती मांग से पता चलता है कि महिंद्रा धीरे-धीरे EV सेगमेंट में अपने पैर जमा रही है.
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भारत में EV बिक्री क्यों बढ़ रही है?
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में इजाफा होने के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं. सबसे पहले, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि लोगों को EV की ओर मोड़ रही है. इसके अलावा, सरकार की तरफ से दी जा रही सब्सिडी भी EV को अपनाने में ज्यादा आसान बना रही हैं.
पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ने और अफोर्डेबल, लॉन्ग-रेंज वाले नए मॉडल्स के बाजार में आने से भी ग्राहकों का रुझान इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ बढ़ा है. हालांकि अभी EVs की बिक्री पारंपरिक फ्यूल से चलने वाली कारों के मुकाबले कम है, लेकिन पिछले कुछ महीनों में जिस तरह से EV मार्केट में ग्रोथ देखी गई है, वह आने वाले समय के लिए सकारात्मक संकेत दे रही है.