दुर्ग/भिलाई। छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित मैत्री बाग जू से एक चिंताजनक खबर सामने आई है। यहां मादा सफेद बाघ ‘जया’ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की है। फिलहाल जया का पोस्टमार्टम जारी है, जिसके बाद ही मौत के कारणों की पूरी जानकारी सामने आ सकेगी।
कल तक बिल्कुल स्वस्थ थी ‘जया’
अधिकारियों के अनुसार जया एक दिन पहले तक पूरी तरह स्वस्थ दिखाई दे रही थी। शुरुआती जांच में अनुमान लगाया जा रहा है कि पेट में गंभीर संक्रमण (इंफेक्शन) के कारण उसकी मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद वास्तविक कारण स्पष्ट होगा।
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नंदन वन से एक्सचेंज कर लाया गया था ‘जया’ को
जया को कुछ समय पहले रायपुर के नंदन वन से एक्सचेंज कर भिलाई के मैत्री बाग में लाया गया था। जू प्रबंधन के अनुसार, वह नियमित देखरेख में थी और स्वास्थ्य संबंधी कोई बड़ी शिकायत सामने नहीं आई थी।
मैत्री बाग: देश का प्रमुख सफेद बाघ संरक्षण केंद्र
गौरतलब है कि मैत्री बाग देश के उन चुनिंदा जूलॉजिकल पार्कों में शामिल है, जहां सफेद बाघों का संरक्षण और प्रजनन बड़ी सफलता के साथ किया गया है।
वर्ष 1990 में नंदन कानन से यहां पहला सफेद बाघ जोड़ा लाया गया था।
उसके बाद से अब तक जू में कुल 19 सफेद बाघों का जन्म हो चुका है।
इसी वजह से मैत्री बाग को सफेद बाघों का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
मौत पर उठे सवाल, जांच तेज
जया की अचानक हुई मौत ने जू प्रबंधन और वन विभाग को सतर्क कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि—
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद विस्तृत जांच की जाएगी।
जया के मेडिकल रिकॉर्ड और हालिया गतिविधियों की भी समीक्षा की जा रही है।
स्थानीय लोगों और वन्यजीव प्रेमियों ने भी इस मौत पर चिंता जताई है और जू में सफेद बाघों की देखरेख और स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को और मजबूत करने की मांग की है।



