सुकमा, छत्तीसगढ़। नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा से एक सकारात्मक और इंसानियत से भरी खबर सामने आई है। कुख्यात नक्सली कमांडर माडवी हिडमा के गृहग्राम पुवर्ती में गर्भवती महिला की जान बचाकर सीआरपीएफ की 150वीं बटालियन ने मानवता की अनोखी मिसाल पेश की है।
जानकारी के अनुसार, गांव पुवर्ती में एक गर्भवती महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। ग्रामीणों ने जब मदद के लिए आवाज उठाई, तो तैनात सुरक्षा बलों ने बिना देरी किए तुरंत सहायता पहुंचाई। सीआरपीएफ 150वीं बटालियन के जवानों ने महिला को स्ट्रेचर के सहारे नक्सल प्रभावित दुर्गम रास्तों से निकालकर एम्बुलेंस तक पहुंचाया।
इसके बाद महिला को समय रहते जगरगुंडा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने तत्काल इलाज शुरू किया। इलाज सफल रहा और महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। अब मां और नवजात दोनों सुरक्षित और स्वस्थ हैं।
सुरक्षा बलों की सराहना
इस कार्य के लिए सुरक्षा बलों की चारों ओर सराहना हो रही है। जहां एक ओर यही क्षेत्र नक्सली हिंसा के लिए कुख्यात है, वहीं दूसरी ओर ऐसी मानवीय पहल लोगों का भरोसा जीत रही है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भरोसे की नई किरण
यह घटना बताती है कि सुरक्षा बल केवल सुरक्षा ही नहीं, बल्कि सेवा और सहायता में भी हमेशा आगे हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने भी सुरक्षा बलों का आभार जताया है और कहा है कि “ये हमारे असली रक्षक हैं, जो जरूरत के समय देवदूत बनकर सामने आते हैं।”