गरियाबंद लाइवलीहुड कॉलेज मास्टर ट्रेनर को जहरीले सांप ने काटा, छात्र-छात्राएँ भयभीत – सफाई, बिजली, भोजन और सुरक्षा सहित कई गंभीर समस्याएँ बरकरार
गरियाबंद। जिला मुख्यालय लाइवलीहुड कॉलेज में अव्यवस्थाओं का आलम इस कदर बढ़ गया है कि अब यह छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा तक को प्रभावित कर रहा है।
लाइवलीहुड कॉलेज की अव्यवस्थाएँ उजागर
शुक्रवार सुबह कॉलेज की तीसरी मंजिल में एक मास्टर ट्रेनर को जहरीले सांप ने काट लिया। घटना के बाद उन्हें तुरंत जिला अस्पताल गरियाबंद में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज जारी है। इस घटना के बाद कॉलेज परिसर में भय और आक्रोश का माहौल है।छात्रों ने बताया कि कॉलेज में लंबे समय से कई गंभीर समस्याएँ मौजूद हैं, लेकिन शिकायतों के बाद भी कोई समाधान नहीं किया गया। शौचालयों की हालत बदहाल है। गंदगी का अंबार, टूटे दरवाजे, कई शौचालय बंद होने के कारण छात्रों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
बाथरूम के दरवाजे टूटे होने से छात्र-छात्राओं को मजबूरी में खुले में नहाना पड़ता हैं। मधुमक्खियों का आतंक भी बना हुआ है, जिससे बच्चों को रोजाना खतरे का सामना करना पड़ता है। छात्रों के अनुसार, कई बार इन समस्याओं की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हुई।कॉलेज परिसर में बिजली की गंभीर समस्या भी है।रात के समय बिजली न होने के कारण पूरा परिसर अंधेरे में डूबा रहता है।आसपास का क्षेत्र जंगल होने से सांप-बिच्छू जैसे जंगली जीवों का खतरा हमेशा बना रहता है।
छात्रों का कहना है कि अंधेरे में मैदान परिसर से गुजरना जान जोखिम में डालने जैसा है। भोजन व्यवस्था भी बेहद खराब बताई जा रही है। छात्रों ने आरोप लगाया कि भोजन में कई बार इल्ली और कीड़े-मकोड़े मिल जाते हैं। सब्जी की मात्रा भी बहुत कम दी जाती है, जिससे पोषण की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था भी कमजोर है। कई कमरों के दरवाजे टूटे हुए हैं और उनमें ताले तक नहीं लगते, जिससे छात्र-छात्राओं को रात में असुरक्षा महसूस होती है। शौचालय भी जर्जर हालत में हैं। छात्रों ने बताया कि शासन से प्रशिक्षण राशि प्राप्त होने के बावजूद कॉलेज की हालत जस की तस बनी हुई है।

अव्यवस्थाओं का अंबार बच्चों को मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से प्रभावित कर रहा है। सभी छात्र-छात्राओं ने शासन और प्रशासन से आग्रह किया है कि कॉलेज में उचित सुविधाएँ, सुरक्षा, स्वच्छता और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे सुरक्षित वातावरण में प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने भविष्य का निर्माण कर सकें।



