देवभोग (गरियाबंद)। गरियाबंद पुलिस ने धान उपार्जन केन्द्र झाखरपारा में करोड़ों के धान घोटाले का पर्दाफाश करते हुए आरोपी समिति प्रबंधक को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने 1063.20 क्विंटल धान जिसकी कीमत लगभग ₹32,95,920 है, का गबन किया था।
मामला इस प्रकार है धान उपार्जन केन्द्र झाखरपारा से 32.95 लाख रुपये के गबन
प्राधिकृत अधिकारी पदुलोचन जगत द्वारा थाना देवभोग को दी गई शिकायत में बताया गया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित झाखरपारा (शाखा देवभोग) में प्रभारी समिति प्रबंधक चंदनसिंह राजपूत (आयु 38 वर्ष, निवासी तेतलखुटी) ने धान का गबन कर शासन को भारी आर्थिक नुकसान पहुँचाया।
ऑनलाइन रिपोर्ट के अनुसार धान उपार्जन केन्द्र में 2708.56 क्विंटल धान दर्ज था, लेकिन भौतिक सत्यापन पर मात्र 1363.20 क्विंटल धान पाया गया। पूछताछ में आरोपी ने गबन की बात स्वीकार की और आंशिक रूप से 300 क्विंटल धान की भरपाई भी की, किंतु शेष 1063.20 क्विंटल धान (₹32.95 लाख) की भरपाई नहीं की।
पुलिस की कार्रवाई
सहायक आयुक्त सहकारिता एवं जिला सहकारी केंद्रीय बैंक नोडल कार्यालय गरियाबंद के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ थाना देवभोग में अपराध क्रमांक 251/25 धारा 318(2), 316(5) भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया।
विवेचना के दौरान आरोपी ने गबन स्वीकार किया, जिसके बाद पुलिस ने समक्ष गवाहों के आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।