रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन ने वन विभाग में प्रशासनिक कसावट लाने और कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से भारतीय वन सेवा (IFS) के अधिकारियों के प्रभार में बड़ा बदलाव किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, दो अलग-अलग तारीखों में जारी आदेशों में कुल मिलाकर 15 आईएफएस अधिकारी प्रभावित हुए हैं, जिन्हें नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
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वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा जारी इस तबादला सूची में कई वरिष्ठ अधिकारियों को महत्वपूर्ण नवीन पदस्थापनाएं दी गई हैं। इस फेरबदल के तहत:
- मुख्य वन संरक्षकों (CCF) की जिम्मेदारियों में विशेष रूप से बदलाव किया गया है।
- कई अधिकारियों को उनके मौजूदा प्रभार से स्थानांतरित कर विभिन्न टाइगर रिजर्व और वन मंडलों में निदेशक/मुख्य वन संरक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, इस फेरबदल से राज्य के वन प्रबंधन, वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण संबंधित परियोजनाओं को गति मिलने की उम्मीद है। तबादला किए गए अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से अपने नवीन पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रमुख बदलावों में शामिल हैं:
- वन विभाग के अवर सचिव ने इस संबंध में आदेश जारी किया है, जिसमें 13 अधिकारियों की एक सूची हाल ही में जारी हुई थी।
- एक अधिकारी, जैसे वी. वेंकटाचलम (2005 बैच) को मुख्य वन संरक्षक (व्यवस्थापन) एवं संचालक, गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व अंबिकापुर नियुक्त किया गया है, साथ ही प्रभारी मुख्य वन संरक्षक (एलिफेंट), सरगुजा का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है।
- दिलराज प्रभाकर (2008 बैच) को कांकेर से प्रभारी मुख्य वन संरक्षक (प्रादेशिक), सरगुजा बनाया गया है।
वन मुख्यालय में अधिकारियों के कामकाज में नए सिरे से बदलाव पर विचार किया जा रहा है, और यह प्रशासनिक फेरबदल इसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है।