गरियाबंद। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में छत्तीसगढ़ के गरियाबंद पुलिस द्वारा अवैध पशु परिवहन एवं पशुओं पर क्रूरता करने वालों के विरुद्ध लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में थाना देवभोग पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए इस गिरोह के मुख्य सरगना चित्रसेन मेहरा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
अवैध पशु परिवहन और क्रूरता के मुख्य आरोपी गिरफ्तार
पहले दो आरोपी पकड़े गए थे मवेशियों के साथ थाना देवभोग पुलिस ने 14 अक्टूबर 2025 को कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों — लक्ष्मण मेहरा पिता मोहन मेहरा (50 वर्ष)हरि मेहरा पिता सनाधर मेहरा (46 वर्ष) दोनों निवासी ग्राम मेदना घाटीगुड़ा, थाना दबगांव, जिला नवरंगपुर (ओडिशा) — को कुल 19 नग कृषक पशु (बैल) जिनकी अनुमानित कीमत ₹1,90,000/- थी, अवैध रूप से परिवहन करते हुए पकड़ा था।
जांच के दौरान दोनों आरोपी पशु परिवहन के किसी भी वैध दस्तावेज को प्रस्तुत नहीं कर सके। इस पर थाना देवभोग में अपराध क्रमांक 292/2025, धारा 4, 6, 10 छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 एवं धारा 11 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया था।
मुख्य आरोपी चित्रसेन मेहरा की हुई गिरफ्तारी
विवेचना के दौरान आरोपियों के बयान और जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर पता चला कि इस अवैध गतिविधि के पीछे मुख्य सरगना चित्रसेन मेहरा पिता सुकाला मेहरा (उम्र 27 वर्ष) निवासी ग्राम मेदना चाटीगुड़ा, थाना दबगांव, जिला नवरंगपुर (ओडिशा) है।
थाना देवभोग पुलिस टीम ने 20 अक्टूबर 2025 को चित्रसेन मेहरा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने ही दोनों आरोपियों को मवेशियों की खरीद और परिवहन के लिए भेजा था। साथ ही उसने यह भी बताया कि वह स्वयं आर्टिका वाहन (क्रमांक OD 24 K 5470) का उपयोग करता था — जिससे वह मजदूरों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने-ले जाने एवं पुलिस से बचने के लिए रास्ते की निगरानी करने का काम करता था।
वाहन जब्त, आरोपी जेल भेजा गया
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त आर्टिका वाहन क्रमांक OD 24 K 5470 को बरामद कर जप्त कर लिया है। मुख्य आरोपी चित्रसेन मेहरा को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी
गरियाबंद पुलिस द्वारा स्पष्ट किया गया है कि जिले में पशु क्रूरता एवं अवैध पशु परिवहन जैसे अपराधों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।