गरियाबंद। जिले में सक्रिय समस्त माओवादी एरिया कमेटियों को सम्पूर्ण रूप से समर्पण कराने हेतु शासन के आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के माध्यम से निरंतर अपील किया जा रहा था। लगातार गरियाबंद पुलिस की ई-30 टीम, कोबरा एवं सीआरपीएफ के द्वारा नक्सल विरोधी अभियान के तहत निरंतर चल रहे प्रयास से प्रभावित होकर आज प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी के उदंती एरिया कमेटी के समस्त सक्रिय 07 हार्डकोर कुल 37 लाख ईनामी माओवादियों द्वारा हिंसा एवं विनाश के मार्ग को त्याग कर आत्मसमर्पण किया जा रहा है। दिनांक 18/10/2025 को उदंती एरिया कमेटी सचिव द्वारा भी इस संबंध में प्रेस रिलिज जारी किया गया था। आत्मसमर्पित माओवादियों का विवरण निम्नानुसार है-
(01) सुनील उर्फ जगतार सिंह
> ग्राम-थांवड, थाना-इस्माईलाबाद, तहसील-पहेवा, जिला-कुरूक्षेत्र, (हरियाणा) का रहने वाला है।
> जनवरी 2004 को जिला-यमुनानगर (हरियाणा) में माओवादियों द्वारा संचालित शिवालिक जनसंघर्ष मंच से जुडा, इस मंव में कार्य करने के दौरान शहरी नेटवर्क से जुडे सीसी लंकापापारेड्डी एवं सीसी-सुब्रमण्यम के साथ दिल्ली क्षेत्र में मुलाकात कर इनके दिशा-निर्देश में कार्य करने लगा। इसी मंच में कार्य करने के दौरान मार्च 2006 एवं वर्ष 2008 को जेल भी जा चुका है।
> दिसम्बर 2015 को नक्सल संगठन के शहरी नेटवर्क एवं मैनपुर-नुआपाडा डिवीजन में सक्रिय रहे मनदीप से बददी, जिला-सोलन (हिमाचल) में संपर्क हुआ और मनदीप के साथ जिला नुआपाडा (ओडिसा) के बोडेन (खडुपानी) के जंगल में आया वहां सेन्ट्रल कमेटी सदस्य संग्राम उर्फ मुरली से मुलाकात कर नक्सल संगठन ज्वाईन कर उन्ही के साथ जिला गरियाबंद (छ.ग.)-नुआपाडा (ओडिसा) के सीमावर्ती क्षेत्र में कार्य करने लगा।
> मई 2016 को इसे एसीएम बनाकर सीनापाली एरिया कमेटी भेजा गया जहां इसके कार्य करने के दौरान वर्ष 2017 अप्रैल को माओवादी संगठन के महासचिव-गणपति, सीसी-सोनू ओडिसा से गरियाबंद आये थे और ग्राम कुंदनझरिया के पास 01 माह से डेरा लगाये हुये तब पुलिस के साथ उनका मुठभेड भी हुआ था।
> जनवरी-2018 को ग्राम कुन्दनझरिया के पास एक सप्ताह का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया था जिसमें माड से आये हुये 5-6 माओवादी प्रशिक्षकों द्वारा हथियार चलाना, डेरा को सुरक्षित करना, बुबी ट्रेप, कम्युनिकेशन, माओवादी विचारधारा के बारे में प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें सुनील भी प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
> जुलाई-2018 को इसे डीव्हीसीएम बनाया गया तथा इससे पूर्व मई-2018 को इसका विवाह संगठन के सदस्य अरीना टेकाम के साथ ग्राम कुंदनझरिया के जंगल में हुआ।
>दिसम्बर-2020 को इसे चदली कर इंदागांव एरिया कमेटी कमाण्डर के रूप में इंदागांव क्षेत्र में भेज गया, तब से लेकर आत्मसमर्पण तक इसी एरिया कमेटी में सक्रिय रहा। जब जुलाई-2022 को ग्राम ओढ के जंगल में बीबीएम-एमएन डिवीजन का मीटिंग हुआ मीटिंग में सीसी-देवजी, चलपति, एसजेडसी-विकास, जयराम, कार्तिक सहित सुनील भी मीटिंग में उपस्थित रहा।
(02) अरीना टेकाम उर्फ सुगरो-
> ग्राम-नेलचांग, थाना-कोड़ेखुरशे, जिला-कांकेर (छ.ग.) के रहने वाली है।
> वर्ष 2005 से मार्च-2006 तक सीएनएम में कार्यरत् रही।
> जुलाई-2006 से दिसम्बर-2008 तक परतापुर एलजीएस एवं प्लाटून नम्बर 05 के साथ सदस्य के रूप में कार्य किया।
> दिसम्बर 2008 को उस क्षेत्र से बदली होकर जिला-धमतरी के गादूलबाहरा आये जहां 02 दिन तक मिटिंग हुआ जिसमें अरीना को सोनाबेड़ा एलओएस में कार्य करने को कहा गया तब जनवरी 2009 को सोनाबेड़ा पहुंची जहां सितम्बर 2010 तक रहकर कार्य किया। यहीं कार्य करने के दौरान इसे सितम्बर-2010 को एसीएम बनाया गया।
> सितम्बर-2010 को एक नया दलम खोलीभीतर एरिया कमेटी बनाया गया था जिसमें इसे कार्य करने के लिये बदली कर दिया गया जनवरी 2015 में खोलीभीतर एरिया कमेटी का नाम बदलकर सीनापाली एरिया कमेटी किया गया, जहां इसे जुलाई-2015 को सीनापाली एलओएस डिप्टी कमाण्डर बनाया गया।
> जनवरी 2015 से दिसम्बर 2020 तक सीनापाली एरिया कमेटी में सक्रिय रही, इसी संगठन में कार्य करने के दौरान मई 2018 को इसका विवाह संगठन के सदस्य सुनील के साथ हुआ।
दिसम्बर-2020 को इसे और इसके पति सुनील दोनो को बदली कर इंदागांव एरिया कमेटी क्षेत्र में भेज दिये, तथा दिसम्बर 2020 को ही इसे इंदागांव एरिया कमेटी-सचिव भी बनाया गया। तब से लेकर आत्मसमर्पण तक इसी एरिया कमेटी में सक्रिय रही।
(03) विदूया मडियम उर्फ जमली
ग्राम-पेद्दा कोरमा, थाना गंगालूर, जिला बीजापुर का रहने वाला है।
वर्ष 2007 में माओवादी संगठन में शामिल होकर 2009 में गरियाबंद आकर सक्रिय रही।
2009 से 2011 तक उदंती एरिया कमेटी में कार्य किया।
2011 से 2025 तक सीनापाली एरिया कमेटी में सक्रिय रही।
जनवरी 2025 से अब तक उदंती एरिया में सक्रिय रहते हुये कार्य किया।
(04) लुदरो उर्फ अनिल
ग्राम-कोटमेटा, थाना भैरमगढ, जिला-दंतेवाडा का रहने वाला है।
वर्ष 2010 से माओवादी संगठन में शामिल होकर सक्रिय रहा।
वर्ष 2011 से 2019 तक सीनापाली एरिया कमेटी सक्रिय रहा।
वर्ष 2020 से अब तक उदंती एरिया कमेटी में सक्रिय रहा।
(05) नंदनी उर्फ पोजे पोडियाम-
ग्राम-सकलेर, तहसील-कोटा, थाना किस्टाराम, जिला सुकमा का रहने वाली है।
वर्ष 2013 में माओबादी संगठन से जुडकर बस्तर क्षेत्र में कार्य कर रही थी।
वर्ष 2017 से 2024 तक सीनापाली एरिया कमेटी में सक्रिय रहते कार्य किया।
2024 से अब तक उदंती एरिया में सक्रिय रहते हुये कार्य किया।
(6) मल्लेश
ग्राम करेंगुडा, थाना-जगरगुण्डा, जिला सुकमा का रहने वाली है।
वर्ष दिसम्बर 2023 को भर्ती होकर गरियाबंद आया।
सितम्बर 2024 से अब तक उदंती में सक्रिय रहकर कार्य किया।
(07) कांति उर्फ मानबति –
ग्राम-अलाईगांव, थाना-अंतागढ, जिला कांकेर का रहने वाली है।
वर्ष 2009 से 2012 तक रावघाट एरिया कमेटी में सक्रिय रही।
वर्ष 2012 से 2018 तक, सीसी-संग्राम की गार्ड रहते हुये गरियाबंद में सक्रिय रही।
वर्ष 2018 से 2024 तक, ओडिसा क्षेत्र के कालाहाण्डी एलजीएस में सक्रिय रही।
वर्ष 2024 से अब तक उदंती एरिया कमेटी रहते हुये सक्रिय रही।
उदंती एरिया कमेटी के सक्रिय रहते हुये विभिन्न घटनाओं में उपस्थिति-
मई-2018 को ग्राम आमामोरा में जनदर्शन शिविर का आयोजन होने के पूर्व पुलिस पार्टी पर आईईडी ब्लास्ट किये जिससे 02 पुलिस कर्मी शहीद होने की घटना
अगस्त-2021 को ग्राम देवझरअमली में भैंसागार्डन को तोडफोड कर आईईडी ब्लास्ट करने।
दिसम्बर 2021 में ग्राम पीपलखूंटा के एनीकेट निर्माण कार्य में लगे गाडियों को आग लगाने।
दिनांक 02 जनवरी-2022 को देवडोंगर के पहाड़ी में सीसी-देवजी के उपस्थिति में गरियाबंद पुलिस पार्टी पर फायरिंग किये जिसमें एक पुलिस कर्मी को गोली लगने।
सितम्बर-2022 को तेन्दूछापर के जंगल में मुठभेड, जनवरी-2023 को राजाडेरा के पास पूल निर्माण में लगे वाहन को आगजनी करने।
दिनांक 02.05.2023 को ग्राम करलाझर के पास पहाडी में पुलिस के साथ मुठभेड जिसमें इनके साथी नंदलाल के मरने।
दिनांक 31.07.2023 को सीसी-गणेश, चलपति के उपस्थिति में ग्राम बेसराझर के पहाडी में मुठभेड।
दिनांक 07.08.2023 को पीपलखूंटा के उपर पहाडी में सीसी-गेणश, चलपति की उपस्थिति में मुठभेड।
दिनांक 08.02.2024 घुमरापदर के पहाड में सीसी-मनोज, गणेश उपस्थिति में मुठभेड ।
दिनांक 09.05.2024 को ग्राम गरीबा के पास मुठभेड में इनके साथी जग्गू उर्फ आकाश के मरने।
दिनांक 03.01.2025 को ग्राम काण्डसर मुठभेड में इनके साथी रोशन तथा दिनांक 03.05.2025 को ग्राम मोतीपानी के मुठभेड में डीव्हीसी-योगेश के मारे जाने जैसी घटनाओं में शामिल रहा।
शासन की आत्मसमर्पण-पुनर्वास नीति के समक्ष समर्पण करने पर पद अनुरूप ईनाम राशि की सुविधा, हथियार के साथ समर्पण करने पर ईनाम राशि की सुविधा, बिमार होने पर स्वास्थ्य सुविधा, आवास की सुविधा, रोजगार की सुविधा को देखते हुये हमारे कई माओवादी साथी (टिकेश, प्रमीला, लक्ष्मी, मैना, कांति, राजीव, ललिता, दिलीप, दीपक, मंजुला, सुनीता, कैलाश, रनिता, सुजीता, राजेन्द्र, दीपक, जानसी) आत्मसमर्पण कर शासन के इन्ही योजनाओं का लाभ उठा रहे है, जिसके बारे में हम लोगो को समाचार पत्रो व स्थानीय ग्रामीणों के माध्यम से जानकारी मिलता था। गरियाबंद पुलिस द्वारा जंगल-गांवों में प्रचारित समर्पण नीति के पोस्टर-पाम्पलेट मिलते थे, जिससे हम लोगों के मन विचार आया कि हम लोग क्यों जंगल में पशुओं की तरह दर-दर भटक रहे है। माओवादियों की खोखली हो चुकी विचारधारा, जंगल की परेशानियां, शासन की पुनर्वास नीति तथा आत्मसमर्पित साथियों के खुशहाल जीवन से प्रभावित होकर हम लोग भी अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन बिताने के लिए आत्मसर्मपण के मार्ग को अपनाये है।

गरियाबंद में सक्रिय समस्त माओवादियों से गरियाबंद पुलिस अपील करता है कि आप आत्मसमर्पण हेतु गरियाबंद के किसी भी थाना/चौकी/कैम्प में आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में वापस आ सकते है।
आत्मसमर्पण के लिए इस नंबर पर सम्पर्क कर सकते हैः- नक्सल सेल गरियाबंद-94792-27805





