Virendra Singh Tomar case update रायपुर, 13 नवंबर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर के साथ पुलिस की कार्रवाई को लेकर करणी सेना भड़क गई है। सूदखोरी, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार तोमर को 9 नवंबर को पुलिस ने कोर्ट में पेश करने से पहले शहर में जुलूस निकालकर पेश किया, जिस पर करणी सेना ने कड़ा विरोध जताया है।
करणी सेना ने पुलिस कार्रवाई को बताया “अमानवीय”
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने इस घटना को “अमानवीय” बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा —
“वीरेंद्र सिंह तोमर कोई आतंकवादी नहीं था, फिर पुलिस ने उसका जुलूस क्यों निकाला? यह क्षत्रिय समाज का अपमान है।”
शेखावत ने कहा कि तोमर एक व्यापारी है, जो लोगों को जरूरत पड़ने पर पैसा देता था और लौटाने की मांग करता था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने नेताओं के दबाव में आकर वीरेंद्र तोमर के साथ निर्दयता की।
पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
डॉ. शेखावत ने अपने सोशल मीडिया लाइव में कहा —
“वीरेंद्र को तपती धूप में नंगे पैर हथकड़ी लगाकर घुमाया गया। उसकी तबीयत बिगड़ने पर भी पुलिसकर्मी उस पर पैर रखकर खड़ा करने की कोशिश कर रहे थे। ऐसे पुलिसवालों को शर्म आनी चाहिए, डूब मरो।”
उन्होंने कहा कि वीरेंद्र के छोटे भाई के अपराध के बहाने पुलिस ने बड़े भाई, पत्नी और मां तक को झूठे मामलों में फंसाया। घर में घुसकर छेड़छाड़ तक की गई।



