वाशिंगटन डीसी। गाजा में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के उद्देश्य से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिलिस्तीनी समूह हमास को एक कड़ा अल्टीमेटम दिया है। ट्रंप ने हमास को अपनी 20-सूत्रीय शांति योजना पर प्रतिक्रिया देने के लिए केवल 3 से 4 दिन का समय दिया है, साथ ही चेतावनी दी है कि यदि वे इसे अस्वीकार करते हैं, तो उन्हें ‘दुखद अंत’ का सामना करना पड़ेगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस योजना की घोषणा की। नेतन्याहू ने इस योजना का समर्थन किया है।
ट्रंप की शांति योजना की मुख्य शर्तें:
- तत्काल युद्धविराम: दोनों पक्षों की सहमति के बाद युद्ध तुरंत समाप्त होगा।
- बंधकों की रिहाई: हमास को 72 घंटों के भीतर सभी शेष इजरायली बंधकों (जीवित और मृत दोनों) को रिहा करना होगा।
- हमास का निरस्त्रीकरण: हमास को अपने हथियार छोड़ने होंगे और गाजा के शासन में उसकी कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसकी सुरंगें और हथियार बनाने के ठिकाने नष्ट किए जाएंगे।
- अंतर्राष्ट्रीय शासन: गाजा में एक अस्थायी, गैर-राजनीतिक फिलिस्तीनी समिति द्वारा शासन किया जाएगा, जिसकी देखरेख के लिए एक नया अंतर्राष्ट्रीय निकाय, “बोर्ड ऑफ पीस” (अध्यक्षता डोनाल्ड ट्रंप) गठित होगा।
- इजरायल का समर्थन: ट्रंप ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि हमास इस योजना को ठुकराता है, तो इजरायल को गाजा में अपने तरीके से कार्रवाई करने के लिए अमेरिका का पूरा समर्थन प्राप्त होगा।
ट्रंप ने कहा कि इजरायल ने इस योजना को स्वीकार कर लिया है, और अब यह हमास पर निर्भर करता है कि वह शांति या तबाही में से किसे चुनता है। हमास इस समय 20-सूत्रीय योजना की समीक्षा कर रहा है।