गरियाबंद। जनजातीय बहुल क्षेत्र के विकास में जनजाति कार्य मंत्रालय का महाभियान आदि कर्मयोगी अभियान के तहत् विकासखंड गरियाबंद के अंतर्गत ग्राम तंवरबाहरा में कलेक्टर भगवान दास उईके , जिला पंचायत सीईओ प्रखर चंद्राकर,निर्देशानुसार व जनपद पंचायत सीईओ के एस. नागेश के मार्गदर्शन में विकासखंड स्तर के अधिकारी ग्राम के नागरिक के द्वारा विलेज विजन प्लान 2030 तैयार करने के लिए उपस्थित हुए, जिसमें ग्राम वासियों के साथ चर्चा करते हुए ग्राम का सामाजिक मानचित्र तैयार किया गया।, इसके बाद गांव में संसाधनों के मानचित्र बनाया गया। गांव के आधार भूत संरचना जैसे रोड, पेयजल आपूर्ति , स्वास्थ, आवास, विद्युत व्यवस्था, पोषण और शिक्षा, जैसे विषय पर चर्चा कर पंचायत भवन में एकत्रित हुए। जहां सभी विषय पर विलेज विजन प्लान की 2030 में सम्मिलित किया गया। 02अक्टूबर में होने वाली ग्रामसभा में इस विलेज विजन प्लान का अनुमोदन लिया जाएगा, और भारत सरकार को सौंपा जाएगा।
आदि सेवा केंद्र: सभी जनजातीय बहुल गांवों में प्रस्तावित, जहां सरकारी अधिकारी और समुदाय के सदस्य स्थानीय मुद्दों को सहयोगात्मक रूप से संबोधित करने, युवाओं को मार्गदर्शन देने और शासन की पहल का समर्थन करने के लिए ‘आदि सेवा समय’ के रूप में हर पखवाड़े 1-2 घंटे समर्पित करते हैं।
शासन प्रयोगशाला कार्यशालाएं: राज्य से लेकर ग्राम स्तर तक संरचित प्रक्रिया प्रयोगशालाएं, जनजातीय विकास के लिए समाधान तैयार करने हेतु विभिन्न विभागों को सम्मिलित करना।
जनजातीय ग्राम कार्य योजना: ग्रामीण और अधिकारी मिलकर जनजातीय ग्राम विजन 2030 का निर्माण करेंगे , जो सतत विकास लक्ष्यों और समावेशी विकास के प्रति राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के अनुरूप होगा। सरकारी योजनाओं और हस्तक्षेपों की जानकारी देकर सरकार के विभिन्न योजनाओं के लाभ अंतिम छोर तक पहुंचाना है।