रायपुर: छत्तीसगढ़ के चर्चित कोल लेवी घोटाले में जांच कर रही आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने इस मामले की मुख्य आरोपी सौम्या चौरसिया की 16 अचल संपत्तियों को कुर्क कर लिया है। इन संपत्तियों की अनुमानित कीमत करीब 8 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
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विशेष न्यायालय के आदेश पर कार्रवाई
यह कार्रवाई EOW के विशेष न्यायाधीश के आदेश के बाद की गई है। EOW ने अदालत में सौम्या चौरसिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कुर्की का आवेदन दाखिल किया था। जांच एजेंसी ने अदालत को सबूत पेश किए कि ये संपत्तियां अवैध कोयला लेवी और अन्य भ्रष्टाचार से अर्जित धन से खरीदी गई थीं। अदालत ने साक्ष्यों को देखते हुए मंगलवार को कुर्की का आदेश जारी कर दिया।
ED भी कर चुकी है कार्रवाई
गौरतलब है कि इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी कोल लेवी घोटाले से जुड़े मामले में सौम्या चौरसिया की 39 करोड़ रुपये से अधिक की 29 अचल संपत्तियों को कुर्क कर चुकी है। ईडी ने दावा किया था कि इन संपत्तियों को भी अवैध तरीके से अर्जित किया गया था।
क्या है कोल लेवी घोटाला?
कोल लेवी घोटाला छत्तीसगढ़ में कोयला परिवहन पर अवैध रूप से टैक्स वसूलने का मामला है। जांच एजेंसियों का आरोप है कि कोयला कारोबारियों और ट्रांसपोर्टरों से हर टन कोयले पर 25 रुपये की अवैध वसूली की जाती थी, जिसका पैसा राजनेताओं और नौकरशाहों को पहुंचाया जाता था। इस मामले में कई बड़े नाम सामने आए हैं।
लगातार जारी है जांच
EOW और ED दोनों ही इस मामले की गहनता से जांच कर रही हैं। EOW के अनुसार, जांच में यह बात सामने आई है कि सौम्या चौरसिया ने अपने रिश्तेदारों के नाम पर भी कई बेनामी संपत्तियां खरीदी थीं। जांच एजेंसियां इस मामले में और भी संपत्तियों की पहचान कर रही हैं और आने वाले दिनों में और भी कार्रवाई की संभावना है।