गरियाबंद। पुलिस अधीक्षक निखिल रखेचा ने आज जिला स्तरीय पुलिस अधिकारियों की विशेष बैठक का आयोजन किया, जिसमें जिले के समस्त थाना प्रभारियों एवं पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति रही। बैठक में जिले में हो रहे अपराधों, लंबित मामलों और विभिन्न थानों के कार्यों की गहन समीक्षा की गई।
बैठक में जहां उत्कृष्ट कार्यों के लिए अधिकारियों को सराहना मिली, वहीं लापरवाही और असफलताओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक ने आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण, आरोपियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई, तथा लंबित अपराधों के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक निखिल रखेचा ने पुलिस अधिकारियों की बैठक ली
सड़क दुर्घटनाओं पर विशेष चिंता पुलिस अधीक्षक ने सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या पर भी चिंता जताई। उन्होंने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं में बी.आर. (ब्रेकिंग रिपोर्ट) की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, तथा जिलेभर में गति सीमा का सख्ती से पालन कराया जाए, ताकि दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
कम्युनिटी पुलिसिंग और जनजागरूकता अभियान रखेचा ने कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत स्कूलों एवं सार्वजनिक स्थलों पर जाकर ट्रैफिक नियमों, साइबर अपराध और नशा मुक्ति जैसे विषयों पर जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस का जनसंवाद और लोगों की भागीदारी अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
‘कॉप ऑफ द मंथ’ सम्मान से बढ़ाया मनोबल बैठक में ‘कॉप ऑफ द मंथ’” के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया। इसमें 50 किलोग्राम से अधिक गांजा जब्ती तथा “राजिम में हुई सोने की चोरी के आरोपी की त्वरित गिरफ्तारी और बरामदगी जैसे मामलों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को प्रशंसा पत्र एवं सम्मान दिया गया।
अवैध मादक पदार्थों और शराब पर सख्ती बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक ने अवैध शराब तस्करी एवं गांजे के परिवहन पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश भी सभी थाना प्रभारियों को दिए। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों का नेटवर्क जिले में किसी भी सूरत में नहीं चलने दिया जाएगा।
इस बैठक से यह स्पष्ट है कि जिले में कानून व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह गंभीर है और अपराध पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।