गरियाबंद। थाना उपस्थित आकर आवेदक द्वारा चोरी के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनॉक 13/10/2025 के रात्रि अपना जनरल स्टोर्स तथा किराना दुकान को बंद कर अपने घर परिवार सहित सो गया था। कि दिनॉक 14/10/25 के रात्रि 02.00 बजे अचानक नींद खुलने से देखा कि घर अन्दर से दुकान का दरवाजा खुला हुआ था।
पुछताछ के दौरान घटना दिनॉक को प्रार्थी हेमन्त साहु के घर पर चोरी करना स्वीकार किया
जिससे यह अपने घर परिवार वालों को बताकर के उठाकर पुछ परख कर दुकान जाकर के देखा तो दुकान के गल्लक में रखे हुये नगदी रकम 20000/- रूपये तथा लडके का एक नग चांदी का चैन कीमती 7000/- रूपये तथा एक नग चांदी का ब्रेस्लेट कीमती 3000/- रूपये को कोई अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 305, 331(4) भा.न्या.स. चोरी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान मुखबीर एवं आस-पास के लोगों से पुछताछ करने पर उनके द्वारा प्राप्त जानकारी के आधार पर संदेही लोकेश तारक तथा उसके साथी विधि से संघर्षरत् बालक को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पुछताछ किया गया। जो पुछताछ के दौरान घटना दिनॉक को प्रार्थी हेमन्त साहु के घर पर चोरी करना स्वीकार किया।
आरोपी लोकेश तारक के कब्जे से चोरी के 5000/-रूपये नगदी रकम एवं आरोपी विधि से संघर्षरत् बालक के कब्जे से 15000/-रूपये नगद एवं चांदी का चैन एवं ब्रेस्लेट को समक्ष गवाहन के जप्त कर दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।