छुरा। गरियाबंद जिला के बिंद्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत केवंटीझर के आश्रित ग्राम परसापानी के विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के नौनिहाल बच्चों को अपने शिक्षा का अधिकार पाने के लिए अपने निवास से दूर जाना पड़ता है। इससे कई तरह की बाधाएं नौनिहाल बच्चों के राह पर पड़ता है। आंगनबाड़ी एक सरकारी संस्था है,जिससे सभी यहां नौनिहाल बच्चों एवं महिलाओं की पोषण व स्वास्थ्य के लिए संचालित की गई है, परिवार नियोजन तथा प्रसाव जैसे कार्यों में भूमिका निभाती है। आज बच्चों के लिए यह सरल भाषा में आंगनवाड़ी है, लेकिन यहीं से इन नौनिहाल बच्चों का भविष्य का निर्माण होता है। आंगनवाड़ी इस योजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों एवं महिलाओं को कुपोषण एवं खराब स्वास्थ्य से बचाना है। ग्रामीण क्षेत्रों ग्राम पंचायत स्तर पर आंगनवाड़ी केंद्र उपलब्ध कराना है, लेकिन इस दिशा में राज्य सरकार की नाकामी नजर आ रहा है। इस पर कड़ी निंदा करते हुए समाजसेवी मनोज पटेल ने कहा कि नौनिहाल बच्चों का भविष्य का कोई ख्याल नहीं रख रहा राज्य सरकार। ग्राम परसापानी के विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के सभी लोगों ने बताया कि यहां पानी की भी बहुत गंभीर समस्या और हमारे बच्चे जंगल रास्ते व गड्ढों के बीच से गुजर कर जाते हैं, इससे बच्चों की जान को खतरा बना रहता है। समाजसेवियों ने शासन प्रशासन से अपील किए कि इन सभी समस्याओं का त्वरित निराकरण करें। कमार पारा के सभी ग्रामीण श्रीमति दयाबती कमार, मंगली कमार, सुखमत कमार, मीना बाई कमार, रामसिंग कमार, शिवचरण कमार, पंचराम कमार, समाजसेवी मनोज पटेल, रेखराम ध्रुव मौजूद थे।