खैरागढ़। एन्टीपोचिंग टीम एंव राज्य स्तरीय उड़न दस्ता टीम को सूचना मिलते ही तेंदुआ खाल तस्कर 3 आरोपी हिरासत में। केदार कश्यप मंत्री वन एवं जलवायु परिवर्तन छत्तीसगढ़, रायपुर सुधीर अग्रवाल प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) रायपुर, व्ही श्रीनिवास राव (प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख) छत्तीसगढ़, एम. मर्शीबेला मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) एवं क्षेत्र संचालक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व रायपुर एवं वरुण जैन, उपनिदेशक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद के कुशल मार्गदर्शन में दिनांक 05.02.2024 को गुप्त सूचना के आधार पर एन्टीपोचिंग टीम उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व गरियाबंद, छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय उड़न दस्ता टीम रायपुर, वनमंडल खैरागढ़ एवं परिक्षेत्र रेंगाखार (वनमंडल कवर्धा) के साथ संयुक्त रूप से टीम गठित कर सामान्य वन मंडल खैरागढ़ के अंतर्गत वन परिक्षेत्र साल्हेवारा के ग्राम कुम्हरवाड़ा-बकरकट्टा मार्ग पर वन्यप्राणी तेंन्दुआ के खाल का खरीदी बिक्री करने की फिराक में टीम के द्वारा आरोपी गण को (1) अमर सिंग पिता टिकैत साहू, ग्राम-कनिया (सालेटेकरी), जिला-बालाघाट (मध्यप्रदेश) (2) सतिराम पिता लक्ष्मण, जाति-बैगा, ग्राम-खाम्ही, थाना-बकरकट्टा, जिला-खैरागढ़ (छत्तीसगढ़) (3) गैस लाल पिता समल सिंह, जाति-गोंड़ ग्राम-कुम्हरवाड़ा, जिला-खैरागढ़ (छत्तीसगढ़) को पकड़ लिया गया। तीनो आरोपियों को न्यायालीन कार्यवाही के लिए वन परिक्षेत्र अधिकारी साल्हेवारा के सुपूर्द में दिया गया। विवेचना अधिकारी के द्वारा वन्य प्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 के धारा के तहत दिनांक 07.02.2024 को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी छुईखदान जिला-राजनांदगांव छत्तीसगढ़ के समक्ष पेश किया गया। तीनो आरोपियों को उपजेल खैरागढ़ (सलोनी) में दाखिल किया गया।
इस कार्यवाही मे एन्टीपोचिंग टीम उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद और छत्तीसगढ़ राज्य उडन दस्ता टीम सल्हेवारा परिक्षेत्र (वनमंडल खैरागढ़) एवं रेंगाखार परिक्षेत्र (वनमंडल कवर्धा) के सदस्यों का विशेष योगदान रहा ।