छुरा। अत्यंत हर्ष का विषय रहा कि शनिवार को कचना घुरवा महाराज एवं छत्तीसगढ़िया देवता के छत्र तले कचना धुरवा महाविद्यालय छुरा में छात्रसंघ के तत्वाधान में 18 वें वार्षिक स्नहे सम्मेलन आयोजित हुए। स्नेह सम्मेलन के मुख्य अतिथि गरियाबंद जिला पंचायत के सदस्य चन्द्रशेखर साहू , अध्यक्षता कर रहे युवा समाजसेवी एवं अभनपुर तहसील साहू समाज के अध्यक्ष ब्रम्हानंद साहू,विशिष्ट अतिथि के आसंदी पर विराजमान रहें। विशिष्ठ अतिथि के रुप में भाजपा मंडल पाण्डुका के अध्यक्ष संदीप पाण्डेय,भाजपा मंडल छुरा के अध्यक्ष पीलूराम यादव, नगर पंचायत छुरा के उपाध्यक्ष दिनेश सचदेव, जनपद पंचायत छुरा के सदस्य नीलकंठ ठाकुर, नगर पंचायत छुरा के पार्षद हरीश यादव, खरखरा पंचायत के सरपंच केदार ध्रुव , प्रेस क्लब छुरा के अध्यक्ष कुलेश्वर सिन्हा , स्थानीय पत्रकार एवं दर्शक दीर्घा में उपस्थित रहें।
निजी कचना ध्रुवा महाविद्यालय में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी वार्षिक सम्मेलन मनाएं। सबसे पहले विद्यालय के छात्र छात्राओं के द्वारा द्वार पर अतिथियों को गुलाल बंदन लगाकर स्वागत किए। अतिथियों ने मां सरस्वती के छायाचित्र की पुजा अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुवात किए। छात्रसंघ ने अतिथियों को बैच पहना कर गुलाल लगाकर स्वागत किए।
आपको बता दे कि छुरा क्षेत्र में सर्वप्रथम महाविद्यालय स्थापित हुए। जब क्षेत्र में उच्च शिक्षा हेतु कोई महाविद्यालय नही था तब ग्राम लफन्दी के शिक्षक स्वर्गीय परमपूज्य श्री धरम लाल साहू ने सेवानिर्वित के पश्चात सन् 2006 में इस महाविद्यालय की अधार स्तंभ रखे थे, इनके सहयोग के रुप में स्व. लटेल राम यादव, खरखरा पंचायत के पुर्व सरपंच स्व.सरपंच गुणित राम ध्रुव पंडरी पानी के द्वारा महाविद्यालय निर्माण के लिए भूमि प्रदान कराए गए है। साथ ही साथ छुरा परिक्षेत्र क्षेत्र के 17 क्षेत्रिय समाज के समाज प्रमुखों की सलाह से इस महाविद्यालय का नाम कचना धुरवा महाविद्यालय रखा गया एवं कोसमबुडा में स्थित राजगोड समाज, कंवर समाज, यादव समाज, बंजारा समाज के भवनों को समाज प्रमुखों ने महाविद्यालय संचालन हेतु निःशुल्क प्रदान किये थे। आज महाविद्यालय का 18 वर्ष पूर्ण होने जा रहा है तथा वर्तमान में इस महाविद्यालय में 576 छात्र छात्राएँ अध्ययनरत है ।
जानिए कौन कौन छात्र छात्राओं ने इस विद्यालय के साथ साथ क्षेत्र से प्रदेश स्तर तक नाम रोशन किये
महाविद्यालय द्वारा स्थापना काल से ही पढाई के साथ छात्र/छात्राओं के व्यक्तित्व विकास हेतु एन.एस.एस. गतिविधियों, खेलकूद सेमीनार प्रश्नमंच आदि का आयोजन करते आ रही है । जिसके परिणाम स्वरूप महाविद्यालय के अनेक छात्र-छात्राये राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर के विभिन्न आयोजनों में भाग लेकर महाविद्यालय एवं इस क्षेत्र के नाम रोशन किये है। वर्तमान शिक्षण सत्र 2023-24 में बी.ए. प्रथम वर्ष के छात्रा कु खेमिन पटेल ने बेट लिप्टींग राष्ट्रिय विश्वविद्यालीन प्रतियोगिता चण्डीगढ़ में प्रथम स्थान प्राप्त किये है तथा उनका सलेक्सन ऑल इंडिया प्रतियोगिता में हुआ हैं। वर्तमान में उक्त छात्रा कु खेमिन पटेल हिमाचल प्रदेश में आयोजित ऑल इंडिया प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए गये हुए है। इसी प्रकार पाठयकम डीसीए में अध्ययनरत छात्र देवेन्द्र कुमार ने वेट लिफ्टिंग इंटर कालेज प्रतियोगिता में भाग लेकर द्वितीय स्थान प्राप्त किये है। वर्तमान सत्र में बी.ए. द्वितीय वर्ष के छात्र आदित्य मरकाम ने संभाग स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता मे विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किये है तथा बी.ए. द्वितीय वर्ष के छात्र खुमेश कुमार निर्मलकर का सलेक्सन राज्य स्तरीय एन.एस.एस. केम्प में हुआ है।
पूर्व छात्रा कु. दुर्गा चन्द्रकार ने कीक बाक्सींग इंटरनेशल प्रतियोगिता नेपाल, थाईलैंड य दुबई में हमारे देश के प्रतिनिधित्व कर गोल्ड मेडल प्राप्त किये है। इसी प्रकार पूर्व छात्र-छात्राये हीरासिंग ध्रुव, क, भागा साहू छु, कुसुमलता साहू व देवकी नेताम में 3-3 बार तथा क हेमकुमारी सोरी ने 2 बार ऑल इंडिया कासकर टालतातयोगिता में भाग लेकर हमारे प्रदेश व इस क्षेत्र के नाम रोशन किये है।
अनेक छात्र-छात्राएँ जो राजनीतिक क्षेत्र में हैं
इस महाविद्यायलय में अध्ययन किये है राजनिति के माध्यम से इस क्षेत्र में समाज सेवा कर रहे है । वर्तमान में जनपद पंचायत अध्यक्ष ताकेश्वरी मांझी एवं जनपद पंचायत के सदस्य जागृति ठाकुर इस महाविद्यालय में अध्ययन किये है। इसी प्रकार नगर पंचायत छुरा के 4 पार्षद हरीश यादव, दिनेश सचदेव नगर पंचायत छुरा के उपाध्यक्ष भी है, चित्ररेखा ध्रुव, रजनी लहरे ने इस महाविद्यालय से शिक्षा प्राप्त किये है। वर्तमान में इस क्षेत्र के 6 ग्राम पंचायत के सरपंच हेमंत ठाकुर, गोकुल ध्रुव, मंजू ध्रुव, रोशन कुमार , अनिता ठाकुर व विकम दीवान भी इसी महाविद्यालय में अध्ययन कर समाज सेवा कर रहे है ।
सन 2006 से कप्यूटर पाठ्यकम डीसीए एवं पीजीडीसीए संचालित
महाविद्यालय के आरंभ काल से ही क्षेत्र के आवश्यकता अनुरूप शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया है। महाविद्यालय मे सन 2006 से कप्यूटर पाठ्यकम डीसीए एवं पीजीडीसीए संचालित है। जिससे क्षेत्र के छात्र-छात्राओ को लाभ तथा रोजगार प्राप्त हुआ है। सत्र 2018 से शिक्षक बनने के लिए आवश्यक अनिवार्य शिक्षा डी.एल.एड. प्रारंभ किया है। उक्त पाठ्यकम के उत्तीर्ण होने के पश्चात छात्र प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक स्कूल में शिक्षक बनने हेतु पात्र हुए हैं। चूँकि उक्त पाठ्यकम छुरा क्षेत्र में नही था तो पढने के लिए बाहर जाना पड़ता था, जिससे क्षेत्र के छात्र-छात्राओं का समय एवं अर्थ का भारी हानी होता था। अब यह पाठ्यकम इस महाविद्यालय में संचालित है। महाविद्यालय का प्रारंभकाल से ही प्रयास रहा है कि ऐसे पाठ्यक्रम का संचालन किया जाये, जो इस क्षेत्र के अन्य महाविद्यालय में न हो, जिससे क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को लाभ प्राप्त हो सके। महाविद्यालय भविष्य में ऐसे पाठ्यक्रम के संचालन हेतु प्रयासरत है ।