गरियाबंद। जिला मुख्यालय से करीबन 16 से 17 किलोमीटर के दुरी पर ग्राम पंचायत कोपेकसा के आश्रित ग्राम सुखरीडबरी के लोग झरिया पानी पीने को मजबूर हैं।
समस्याओं की जानकारी लक्ष्मण,पवन सिंह, फूलबाई कदम सिंग,धरम सिंग,श्याम लाल,कल्याण सिंह ,लीलाबाई, दयावती,हिकेश्वरी,अग्नीबाई इकट्ठा होकर सभी ने बताया कि पीने की पानी की समस्याओं से जूझ रहे हैं एक बोरिंग है जिसमें खराब पानी आने के कारण मजबूर पास के डाबरी में खोदकर झरिया पानी पीने को मजबूर है।
झरिया पानी पीकर जीवन यापन कर रहे सुखरीडबरी के भुंजिया जनजाति ग्रामीण
गरियाबंद जिले में आज भी पानी की समस्या से वन अंचल के ग्रामीण झरिया का पानी निकालकर अपना जीवन यापन करते हैं वन अंचल में रहने वाले विषेश पिछड़ी जनजाति जैसे भुंजिया जनजाति,कमार जनजाति झरिया का पानी से अपना गुजारा आज करते हैं।
ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर जिले के समाजसेवी मनोज पटेल और आत्माराम ठाकुर ने विशेष पिछड़ी भुंजिया जनजाति लोगों की समस्याओं को तत्काल निदान करने शासन और प्रशासन से अपील किया।