
छुरा। नगर में राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय द्वारा विवेकानंद जयंती मनाया गया नगर में रैली,स्वामी विवेकानंद झांकी,गीत,एवं जयकारे के साथ नगर भ्रमण किया गया साथ ही साथ विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें निबंध प्रतियोगिता,चित्रकला रंगोली, भाषण,किया गया सभी प्रतिभागियों को पेन,मेडल,एवं स्वामी विवेकानंद की छायाचित्र देकर पुरस्कृत किया गया।हर वर्ष 12 जनवरी को करोड़ों युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जाती है इस दिन को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है जब भी बात होती है तो अमेरिका के शिकागो की धर्म संसद में साल और 1893 में दिए गए भाषण के चर्चा जरूर होती है स्वामी विवेकानंद ने अपना भाषण अमेरिका में भाइयों और बहनों के संबोधन से शुरू किया गया तो पूरे 2 मिनट तक हाल में तालियां बजती रहे उस दिन से भारत और भारतीय संस्कृति को दुनिया भर में पहचान मिला उठो जागो तब तक ना रुको,जब तक लक्ष्य ना प्राप्त है स्वामी विवेकानंद कम उम्र में विश्व विख्यात प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु बन गए समाजसेवी शीतल ध्रुव ने कहा भारत को जानना है तो स्वामी विवेकानंद को जानना होगा उनके विचारों को आत्मसात करना पड़ेगा विवेकानंद कहां है कि जितना बड़ा संघर्ष होगा,जीत उतनी ही शानदार होगी,जो तुम सोचते हो वह बन जाओगे,यदि तुम खुद को कमजोर समझते हो तुम कमजोर हो जाओगे,अगर खुद को ताकतवर सोचते हो तो तुम ताकतवर हो जाओगे,युवाओं को सही दिशा देने की जरूरत है उनकी दशा सुधर जाएगा कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख रूप से प्रधानाचार्य संतोष वर्मा जी मानसिंह निषाद सामाजिक कार्यकर्ता मिथिलेश सिन्हा विशेष सहयोग रहा विद्यालय परिवार से सीता चरण नेताम,विजय साहू,टीकम मरकाम,अजय पांडे,हरीश शर्मा, श्रीमती संतोषी वर्मा,भारती यादव,सरस्वती सिन्हा,कार्यक्रम संचालन पिलेद़ आचार्य,के द्वारा किया गया आभार व्यक्त संतोष वर्मा प्रधानाचार्य,के द्वारा किया गया निबंध प्रतियोगिता में समीर प्रियंका,लूसीका,संध्या, रोहन,कविता,हेमंत,दुष्मंत,गरिमा चित्रकला प्रतियोगिता में पुष्पराज भावना,जिज्ञासा,प्रेरणा अंजलि, दिनेश्वरी,रंगोली प्रतियोगिता मैं नम्रता,देविका चंद्रप्रभा,लीपाक्षी भाषण प्रतियोगिता सौम्या लहरें, तेजस्विता,नम्रता,इत्यादि प्रतिभागी को सामाजिक कार्यकर्ता मानसिंह निषाद, मिथिलेश सिन्हा समाजसेवी, शीतल ध्रुव द्वारा प्रतिभागी को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया।