गरियाबंद। जिले के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में कार्यरत संविदा शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने अपनी दो सूत्रीय प्रमुख मांगों को लेकर रविवार को गरियाबंद में गांधी मैदान में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। प्रदेशव्यापी इस आंदोलन के दौरान वेतनमान वृद्धि और नियमितीकरण की मांग को लेकर आवाज बुलंद की। धरने में जिले के लगभग 129 संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी शामिल हुए, जिन्होंने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर सरकार से अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर नारेबाजी की और अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने कहा कि वे वर्ष 2020 से लगातार स्वामी आत्मानंद स्कूलों में समर्पण के साथ सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें न तो स्थायी दर्जा मिला है और न ही उचित वेतनमान। जब कि आज स्वामी आत्मानंद स्कूलों की सफलता का आधार वे शिक्षक और कर्मचारी हैं, जिन्होंने सीमित संसाधनों और अस्थायी सेवा शर्तों के बावजूद गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी है। इन शिक्षकों के मेहनत का ही परिणाम है कि ये स्कूल आज प्रदेश में शिक्षा की पहचान बन चुके हैं।
स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षकों का गांधी मैदान में दो सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन
संघ के अध्यक्ष प्रीतम साहू ने कहा कि वर्तमान में संविदा शिक्षकों को बहुत ही सीमित वेतन मिल रहा है, जो उनके कार्य, योग्यता और अनुभव के अनुरूप नहीं है। महंगाई के इस दौर में यह वेतन अपर्याप्त है। उन्होंने कहा कि पांच साल से एक ही वेतन मिल रहा है। नियमित शिक्षको और कर्मचारियों के समान अन्य सुविधाएं भी नहीं है। हमारी मंगाई कि हर वर्ष वार्षिक वेतनवृद्धि की नीति लागू की जाए तथा कार्यभार के अनुसार वेतनमान सुनिश्चित किया जाए।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शक्ति कुमार खरे ने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूलों के संविदा शिक्षकों को शिक्षा विभाग में समाहित किया जाए और उनकी सेवाएं नियमित की जाएं, ताकि वे स्थायित्व और सुरक्षा के साथ कार्य कर सकें। पूर्व शिक्षा मंत्री व वर्तमान रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल द्वारा भी संविलयन की बात कही जा चुकी है। मालूम हो कि राज्य के आत्मानंद इंग्लिश स्कूलों में आज 13 से 14 हजार शिक्षकों संविदा कार्यरत है।
धरने में बैठे अन्य शिक्षकों ने कहा कि सरकार हमारी मांगों को गंभीरता से ले और संविदा कर्मचारियों की सेवाओं को सम्मान दे। यदि उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो यह आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है। धरने के अंत में संघ के प्रतिनिधियों ने माननीय मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उक्त दोनों मांगों पर शीघ्र और ठोस निर्णय की अपील की गई। इस अवसर पर विनेश कुमार डडसेना, योगेंद्री कश्यप, रिया कुटारे, रमीज खान, विकास चंद्राकर, ईश्वर कुमार पांडेय सहित बड़ी संख्या में संविदा शिक्षकों और कर्मचारी मौजूद रहे।
वर्तमान में आत्मानंद के व्याख्याता को 38100, शिक्षक को 35400 सहायक शिक्षक को 25400, लाइब्रेरीयन को 22400, चपरासी को 15600, लैब असिस्टेंट को 25300 फिक्स मिलता है। जबकि इसकी तुलना में नियमित वालों को प्रत्येक में 10 से 15000 रुपए मासिक अधिक मिलते हैं।