
गरियाबंद। छुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुरा में एक भी महिला स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं होने के कारण क्षेत्र की महिलाएं निजी अस्पतालों में इलाज कराने मजबूर हैं। गरियाबंद जिले के सबसे बड़े ब्लॉक छुरा है । जहां 74 पंचायत आते हैं। विडंबना यह कि आज सबसे पहली प्राथमिकता सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को दे रही है। लेकिन यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का यहां बुरा हाल नजर आ रहा हैं।
बतादे कि छुरा जिले के छुरा ब्लॉक के अंतर्गत आरक्षित विशेष पिछड़ी कमार भुजिया जनजाति के लोग भी निवासरत है। जबकि उन लोगों में पहले से ही जागरूकता की कमी है।अभी भी यह समुदाय के लोग अस्पताल आने जाने से डरते हैं। किंतु अब लोगो में जागरूकता आने लगी है तो अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है। वहीं महिलाएं अपनी निजता संबंधी रोगों को पुरुष डाक्टर के पास खुलकर बताने में संकोच करती है। जिससे उन्हें काफी परेशानियां हो रही है।
वहीं जिले के इंडियन रेड क्रॉस संरक्षक सदस्य व समाजसेवी मनोज पटेल ने सरकार से शीघ्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुरा में स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर की पदस्थापना की मांग की है।