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एक कमरा में 6 लोग का परिवार जीवन यापन करने मजबूर प्रधानमंत्री आवास योजना की राह टक रहे हैं – शुकवारी बाई साहू

छुरा। इस प्रकार के तथ्यों को प्रशासनिक चुक कहें या आम जनता की उदासीनता मगर जो भी हो गरीब जनता को उनका असल लाभ तो धरातली स्तर पर देखने को नहीं मिलता ठीक ऐसा ही गरियाबंद जिले का छुरा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत टेंगनाबासा के आश्रित ग्राम रावणाभाठा की एक गरीब परिवार के सदस्यों की देखने को मिल रहा है जहां मौसम के मार को वे चौतरफा तरीका से सहते हुए लगभग 10 बाई 10 का एक कमरा छोटे से झोपड़ी में छह लोगों के पूरे परिवार के साथ बड़े ही तंग हालत में अपने जीवन का निर्वहन कर रहे हैं। परिवार के कुल 6 की संख्या में 3 छोटी बच्चियाँ भी है ।
एक कमरा में 6 लोग का परिवार जीवन यापन करने मजबूर प्रधानमंत्री आवास योजना की बाट जोह रहे हैं
जिसका भविष्य अभी से गर्त की ओर जा रहा है। बता दे कि गरीब परिवार की 74 वर्षीय बुजुर्ग शुकवारी बाई साहू ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपने पक्के आवास के लिए कई बार प्रयास किया। थक जाने के पश्चात मीडिया से गुहार लगाई कि उन्हें उनका असल हक प्रदान किया जाए। उनके द्वारा कहा गया कि यहां झोंपड़ी में कई वर्षों से जीवन गुजार रही हूं। जनप्रतिनिधियों के पास गुहार लगाकर थक चुकी साथ ही उनके परिवार वालो ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना की मांग किये हैं ।
इस पर ग्राम पंचायत टेंगनाबासा के सरपंच राजकुमारी ध्रुव ने कहा कि शुकवारी बाई का आवास निर्माण का सपना बहुत जल्द पूरा होगा उनका नाम प्रतिक्षा सूची में अंकित है उन्हें जल्द ही उनका पक्का मकान का निर्माण होगा।
मगर बुजुर्ग व उनकी परिवार के अनुसार इस प्रकार का आश्वासन न जाने कितने सालों से ही सुनता आ रहा है समस्या जेव कि तेव बना हुआ है। अब देखना यह होगा की इस परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का घर कब नसीब होगा।