सतनामी समाज के द्वारा अटल नगर में हुआ इंस्पायर कार्यक्रम आयोजन
- गरियाबंदछत्तीसगढ़
- December 17, 2022
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फिंगेश्वर – सतनामी समाज एवं ई विलेज एजुकेशन सोसाईटी के संयुक्त तत्वाधान में नगर पंचायत पंचायत फिंगेश्वर के अटल नगर में परमपूज्य गुरु घासीदास बाबा के 267वीं जयंती के उपलक्ष पर एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ यह कार्यक्रम की संचालन संतोष डहरिया, श्रीमती मालती डहरिया , डागेश्वर माण्डले द्वारा किया गया इस इंस्पायर कार्यक्रम आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज के बच्चो से लेकर जन समाज के लोगों को इंस्पायर किया गया जिनमें उपस्थित मुख्य अतिथि , शिक्षक – शिक्षिकाऐ, संयोजक गण, विशेष अतिथि, धार्मिक विशेष अतिथि, बिसनेस मेन, खेल इंस्पायर, आदि अतिथिगनो के द्वारा जितने भी जन समाज बच्चे, बुजुर्ग सभी भाई बहनों को इंस्पायर अपने तरीके एवं शिक्षा के साथ अलग अलग इंस्पायर किया गया साथ ही परमपूज्य बाबा गुरुघासी दास जी की उपदेश और शिक्षा को अपने जीवन में लाने, तरक्की के मार्ग पर चलने,ऊंची शिक्षा ग्रहण करने आदि इंस्पायर किया गया
अलग–अलग शेक्सन में प्रोजेक्ट प्रतियोगिता, ड्राइंग प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता,निबंध प्रतियोगिता एवं इनके अलावा खेल की शिक्षा संबंधित खुर्सी रेस खेल हुआ एवं खेल से संबंधी जानकारियां दी गई
अत्यंत हर्ष के साथ सभी सतनामी समाज के भाई–बहने इस एक दिवसीय कार्यक्रम पर उपस्थित थे, साथ ही इस कार्यक्रम में बाबा गुरु घासीदास जी के जीवन से संबंधित ज्ञान और शिक्षा एवं उनके उपदेशों को समाज के लोग, बुजुर्ग, बच्चे, को संदेश दीया गया सतनाम ही दुनियां में सत्य हैं और दूसरा कोई नहीं, परमपूज्य बाबा गुरुघासी दास जी कहा हैं मानव – मानव एक समान सत्य अहिंसा के शिक्षा देने वाले बाबा गुरुघासी दास जी को सत सत नमन है, इस कार्यक्रम में समाज के जितने भी शिक्षक थे वे सभी बच्चों को शिक्षा,ज्ञान ,योग्यता और उद्देश्य एवं बाबा गुरु घासीदास जी उपदेश और उनकी शिक्षा के सिद्धांतो को बताते हुए कहा कि यह सिद्धांत जीवन के लिए अत्यंत जरूरी है जैसे जीने के खाना जरूरी है, पहनने के लिए कपड़ा जरूरी है,एवं रहने के लिए घर जरूरी है यह तीनों सतलोक समान ही हैं शिक्षक एवं शिक्षिकाएं ने बच्चों को और जन समाज को प्रेरित करते हुए बाबा गुरु घासीदास जी के 8 सिद्धांतों को बताया और उनको अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया गया
बाबा गुरु घासीदास जी की शिक्षा के 8 सिद्धांत है–
(पहला) सतनाम पर विश्वास करो |
(दूसरा) जातिभेद के प्रपंच में ना पड़ो |
(तीसरा ) मांस भक्षण ना करो |
(चौथा) पर नारी को माता समान मानो |
(पांचवा) मूर्ति पूजा मत करो |
(छठवां) शराब तथा अन्य प्रकार के मादक वस्तुओं का सेवन मत करो। खेत ना जोतो |
(सातवा) गाय भैंस पर जुवा ना रखो व अपरांत के पश्चात खेत ना जोते!
(आठवां) सत्य आचरण करो तथा सत्य बात को स्वीकार करो |
बाबा गुरु घासीदास जी के यह शिक्षा के 8 सिद्धांत के का अर्थ बहुत ही लंबा और सारगर्भित है इसके अलावा बच्चो को CGPSC कोर्स, ज्ञान की बातो में चर्चा, प्रश्नोत्तरी, शिक्षा संबंधित मार्गदर्शन सभी शिक्षको ने दिया साथ ही सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं बच्चों को अपने जीवन काल पढ़ाई कर ऊंची पद पर कैसे पहुंचे ये भी बताया गया और बच्चो को सभी शिक्षको द्वारा कापी, पेंसिल वितरण किया गया
इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि – श्रीमान शिव नारायण खुटे (प्रबंधक, वनविभाग), अध्यक्षता –श्रीमान नारद रात्रे (रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर), अति विशिष्ट – श्रीमान धरमदास सोनवानी (बिजली विभाग) , श्रीमान : पन्नालाल बंजारे
विशिष्ट अतिथि – श्रीमान शंकर चरण मांडले (वनविभाग), M.R.रात्रे सर (प्राचार्य, कौंदकेरा स्कूल)निबंध ड्राइंग ,H.L. गिलहरे सर (व्याख्याता इंग्लिश, राजिम स्कूल) निबंध,
संयोजक व इंस्पायर गण शिक्षा क्षेत्र – श्रीमान : संतोष डहरिया, श्रीमति : मालती डहरिया(शिक्षा), श्रीमान : नरेंद्र रात्रे, श्रीमति : ऋचा रात्रे(शिक्षा), गायकवाड सर (बासिंग), बड़े बाबु शकुन लहरे(शिक्षा), श्रीमान : पोषण कुमार तोड़रे, श्रीमति : जस्वती तोडरे (शिक्षा), श्रीमति : नागेश्वरी, भोज गिरदे,अध्यक्ष – सोहन सोनवानी, रेशमा सोनवानी – सचिव( ई – विलेज एजुकेशन)
पूजा पाठ इंस्पायर :– श्रीमान : काशीराम माण्डले ,वेदराम माण्डले, श्रीमान : पुजारी संतोष माण्डले (भण्डारी), श्रीमान : लक्ष्मण माण्डले,
विशेष अतिथि – श्रीमान : खेमचंद मार्कण्डे , श्रीमान : महेश बंजारे ,श्रीमान : डागेश्वर माण्डले,(पत्रकार), नकुल मार्कण्डे
खेल के इंस्पायर :– श्रीमान भीषम माण्डले , श्रीमान : मनोज गिरदे(नेशनल स्पोर्ट्स पार्टीसिपेट), कु. वाटिका माण्डले (नेशनल स्पोर्ट्स पार्टीसिपेट)
बिजेनस इंस्पायर :– श्रीमान : (बिजीनेस मैन), श्रीमान : प्रेमू माण्डले, श्रीमान : गणेशु बंजारे, मनीराम खुटे आदि कार्यक्रम में उपस्थित थे !